लॉकडाउन के कारण दिल्ली एयरपोर्ट पर 55 दिनों से फंसा था जर्मन नागरिक, आखिरकार आज हुआ रवाना
By मनाली रस्तोगी | Published: May 12, 2020 02:27 PM2020-05-12T14:27:11+5:302020-05-12T14:27:11+5:30
18 मार्च से दिल्ली हवाई अड्डे के ट्रांजिट एरिया में रह रहे एक गेर्मन नागरिक को आज उसके देश वापस भेजा गया। वो 55 दिनों से ज्यादा समय से इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर फंसा हुआ था।
नई दिल्ली:कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते प्रसार को रोकने के लिए भारतीय सरकार ने पिछले कई दिनों से सभी अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों को प्रतिबंधित कर रखा है। ऐसे में 55 दिनों से दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (Indira Gandhi International Airport) पर फंसा एक जर्मन नागरिक आज (12 मई) अपने देश के लिए यहां से रवाना हो सका। रवानगी से पहले 40 वर्षीय एडगार्ड जेबैट का कोरोना टेस्ट किया गया, जिसकी जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई। ऐसे में मंगलवार सुबह उसे केएलएम फ्लाइट से एम्स्टर्डम के लिए रवाना किया गया।
जेबैट के खिलाफ जर्मनी में चल रहे अपराधिक मामले
इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 55 दिनों से ज्यादा दिन बिताने वाले एडगार्ड जेबैट (Edgard Ziebat) के खिलाफ जर्मनी में कई मामले दर्ज हैं। यही नहीं, इस शख्स के खिलाफ जर्मनी की कई अदालतों में मामले भी चल रहे हैं। यही कारण है कि शख्स को भारत में फंसे होने के बाद भी वीजा नहीं दिया जा रहा था। ऐसी स्थिति में जेबैट एयरपोर्ट पर ही रहता और खाता था। इसके अलावा वो फ्रेश होने के लिए एयरपोर्ट का वॉशरूम इस्तेमाल करता था।
A German national who was stranded at the transit area of Delhi airport for the past 55 days due to lockdown, left India today early morning by KLM flight to Amsterdam. He tested negative for COVID19 before boarding: Sources pic.twitter.com/Z7sWTxYYmI
— ANI (@ANI) May 12, 2020
जारी किया गया था 'भारत छोड़ो नोटिस'
भारत इतने लंबे समय से इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे में फंसे इस जर्मन नागरिक को 'भारत छोड़ो नोटिस' भी जारी कर चुका था। वहीं, इस मामले में जर्मन दूतावास के एक प्रवक्ता ने हिन्दुस्तान टाइम्स को बताया कि उसे जर्मनी वापस जाने की पेशकश की गई थी। मगर उसने जाने से मना कर दिया था। दरअसल इस शख्स का कहना था कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद इंटरनेशलन फ्लाइट की सेवा शुरू हो जाएगी, वह भारत छोड़ देगा और तब तक के लिए वह एयरपोर्ट पर ही रहना चाहता है।
18 मार्च से दिल्ली एयरपोर्ट पर रह रहा था जर्मन नागरिक
एडगार्ड जेबैट को लेकर एयरपोर्ट के अधिकारियों ने बताया था कि शख्स 18 मार्च को दिल्ली होते हुए हनोई से इस्तांबुल जा रहा था, जिसकी वजह से वो दिल्ली उतरा था। मगर 18 मार्च को तुर्की से आने और जाने वाली उड़ानें भारत ने रद्द कर दी थीं। इस वजह से जर्मन नागरिक दिल्ली हवाई अड्डे की टर्मिनल संख्या तीन पर फंस गया था। दिल्ली एयरपोर्ट फंस जाने की वजह से वह पिछले 55 दिनों से ट्रांजिट एरिया में रह रहा था। यहां उसे खाने के अलावा कुछ और जरुरत की चीजें मुहैया कराई गई थीं।
पूरे विश्व को कोरोना वायरस ने लिया अपनी गिरफ्त में
बता दें कि कोरोना वायरस ने पूरे विश्व को अपनी गिरफ्त में ले लिया है, जिसके कारण कई विदेशी नागरिक दूसरे देशों में फंसे हुए हैं। भारत में भी स्थिति ऐसी ही है। जहां कई भारतीय दूसरे देशों में फंसे हैं तो वहीं कई विदेशी नागरिक भी ऐसे हैं जोकि भारत में कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन के चलते यही फंस गए हैं। इस बीच भारत में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों की संख्या 2,293 तक पहुंच गई है जबकि संक्रमितों की संख्या 70,756 हो गई है।
क्या कहते हैं स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ें?
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में कोविड-19 (COVID-19) के 46,008 मरीजों का उपचार हो रहा है जबकि 22,454 लोग अब तक ठीक हो चुके हैं। वहीं एक मरीज देश से बाहर जा चुका है। मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अब तक 31.73 फीसदी मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। देश में अब तक इस वायरस से कुल 2,293 लोगों की मौत हो चुकी है।