आंध्र प्रदेश: विशाखापत्तनम में फार्मा संयंत्र में गैस रिसाव, दो लोगों की मौत
By भाषा | Published: June 30, 2020 07:28 PM2020-06-30T19:28:49+5:302020-06-30T19:29:18+5:30
मुख्यमंत्री वाईएस जगमोहन रेड्डी ने जिला कलेक्टर वी. विनय चंद से घटना की जानकारी हासिल की और बीमार लोगों के लिए बेहतर इलाज सुनिश्चित करने को कहा। सूत्रों ने बताया कि दोनों मृतक कम्पनी के वरिष्ठ कर्मचारी थे।
विशाखापत्तनम: आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम के निकट परवादा में दवा बनाने वाली एक कम्पनी में मंगलवार की सुबह बेंजीन गैस का रिसाव होने से दो लोगों की मौत हो गई और चार अन्य लोग बीमार हो गए। अधिकारियों को कहना है कि स्थिति अब नियंत्रण में है। हालांकि संयंत्र अभी अस्थायी रूप से बंद है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ‘सेनर लाइफ साइसेंज कम्पनी’ की एक इकाई में यह रिसाव हुआ और स्थिति अब नियंत्रण में हैं और यह एक रियेक्टर तक सिमित था, उन्होंने बताया कि रिसाव उस समय हुआ जब बेंजीन गैस रियेक्टर में स्थानांतरित किया जा रहा था।
मुख्यमंत्री वाईएस जगमोहन रेड्डी ने जिला कलेक्टर वी. विनय चंद से घटना की जानकारी हासिल की और बीमार लोगों के लिए बेहतर इलाज सुनिश्चित करने को कहा। सूत्रों ने बताया कि दोनों मृतक कम्पनी के वरिष्ठ कर्मचारी थे। उन्होंने बताया कि घटना में दो कर्मचारियों की जान चली गई और घायलों का इलाज गाजुवाका में एक अस्पताल में जारी है। इनमें से एक को वहां वेटिलेटर पर रखा गया है। जिला कलेक्टर वी. विनय चंद और पुलिस आयुक्त आर के. मीणा ने कम्पनी का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। कलेक्टर ने बताया कि एहतियाती तौर पर फार्मा इकाई को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि डरने की कोई बात नहीं है और यह रिसाव एक इकाई में ही हुआ था। शिफ्ट इन्चार्ज और केमिस्ट सबसे पहले इसकी चपेट में आए और थोड़ी देर बाद ही बाकी कर्मचारियों को भी सांस लेने में तकलीफ होने लगी। अस्पताल ले जाते समय ही उन्होंने दम तोड़ दिया था। गैस शरीर में जाने से बीमार पड़े चार लोगों का इलाज जारी है और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। तेलुगु देशम पार्टी के अध्यक्ष एन चंद्रबाबू ने घटना पर दुख जाहिर करते हुए पीड़ितों के परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की है।
स्थानीय विधायक ए. ए. अदीप राज ने घटनास्थल का दौरा किया और कम्पनी की ओर से हुई लापरवाही को हादसे के लिए जिम्मेदार ठहराया। इससे करीब दो महीने पहले एक स्थानीय रासायनिक संयंत्र में गैस रिसाव से 11 लोगों की जान चली गयी थी और 100 से अधिक लोग बीमार हो गये थे ।