पीएम मोदी ने दिया देशवासियों को तोहफा, 18 से अधिक साल के लोगों को मुफ्त लगेगी वैक्सीन
By अभिषेक पारीक | Published: June 7, 2021 05:58 PM2021-06-07T17:58:02+5:302021-06-07T18:16:23+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को बड़ा तोहफा दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि सरकार 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए मुफ्त वैक्सीन उपलब्ध कराएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को बड़ा तोहफा दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि सरकार 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए मुफ्त वैक्सीन उपलब्ध कराएगी। पीएम मोदी ने कहा कि 21 जून से सभी राज्यों को भारत सरकार मुफ्त वैक्सीन देगी। केंद्र सरकार वैक्सीन का काम अपने हाथ में लेगी। अभी तक वैक्सीनेशन का 50 फीसद काम केंद्र सरकार के पास था। वहीं 25 फीसद राज्य सरकारों और 25 फीसद प्राइवेट सेक्टर के पास था। अब 75 फीसद वैक्सीन केंद्र सरकार के पास और 25 फीसद हिस्सा प्राइवेट सेक्टर को दिया जाएगा।
पीएम मोदी ने कहा कि सबको वैक्सीन देने की जिम्मेदारी सरकार की है। साथ ही उन्होंने कहा कि देशवासियों को वैक्सीन के लिए पैसा नहीं खर्च करना होगा। सभी देशवासियों को मुफ्त वैक्सीन उपलब्ध कराई जाएगी।
पीड़ित परिवारों के लिए जताई संवेदना
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर से भारत की लड़ाई जारी है। दुनिया के दूसरे देशों की तरह ही भारत भी बहुत बड़ी मुश्किल से गुजरा है। कई लोगों ने अपने परिचितों और परिजनों को खोया है। ऐसे परिवारों के साथ मेरी संवेदना है।
सौ बरस की सबसे बड़ी महामारी
उन्होंने कोविड-19 महामारी को बीते सौ बरसों में आई सबसे बड़ी महामारी बताया। उन्होंने कहा कि अप्रैल में मेडिकल ऑक्सीजन की डिमांड बढ़ गई। भारत के इतिहास में इतनी मात्रा में मेडिकल ऑक्सीजन की जरूरत नहीं पड़ी। इसे इससे निपटने के लिए युद्ध स्तर पर काम किया गया।
90 फीसद हुआ वैक्सीन कवरेज
उन्होंने कहा कि 2014 में देशवासियों ने सेवा का मौका दिया तो भारत में वैक्सीनेशन का कवरेज 60 प्रतिशत के आसपास था। हमारी दृष्टि में यह चिंता की बात थी। जिस रफ्तार से टीकाकरण कार्यक्रम चल रहा था, उससे 40 साल लग जाते। इस समस्या के समाधान के लिए मिशन इंद्रधनुष को लांच किया। 5-6 साल में वैक्सीनेशन कवरेज 90 प्रतिशत से भी ज्यादा हो गया।
साल भर में लांच की दो मेड इन इंडिया वैक्सीन
उन्होंने कहा कि भारत ने एक साल के भीतर एक नहीं बल्कि दो मेड इन इंडिया वैक्सीन लांच कर दी। हमारे देश ने और देश के वैज्ञानिकों ने दिखा दिया कि भारत बड़े-बड़े देशों से पीछे नहीं है। देश में 23 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है।
सात कंपनियां बना रही वैक्सीन
देश में सात कंपनियां वैक्सीन बना रही है और बच्चों के लिए दो वैक्सीन का ट्रायल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नेजल वैक्सीन के लिए भी देश में रिसर्च किया जा रहा है। वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों को करोड़ों दिए गए हैं।