बाराबंकी में मीडियाकर्मियों से मारपीट और अवैध टीकाकरण के मामले में चार गिरफ्तार
By भाषा | Published: August 29, 2021 07:34 PM2021-08-29T19:34:56+5:302021-08-29T19:34:56+5:30
श्रावस्ती जिले से टीके लाकर बाराबंकी जिले में एक स्वास्थ्यकर्मी द्वारा अवैध ढंग से किए जा रहे कोविड-19 टीकाकरण की रिकार्डिंग करने वाले मीडियाकर्मियों से मारपीट करने के आरोप में पुलिस ने 18 लोगों के खिलाफ नामजद तथा करीब दो दर्जन अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक जमुना प्रसाद ने बताया कि अवैध रूप से टीकाकरण व मीडियाकर्मियों के साथ मारपीट करने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि मामले में 18 आरोपियों को नामजद करने के साथ ही करीब दो दर्जन अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया। साथ ही सभी आरोपियों की तलाश में पुलिस बल गांव में लगातार दबिश दे रही है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ जान से मारने का प्रयास करने समेत कई अन्य संगीन धाराओं में मामला दर्ज किया है।जानकारी के अनुसार जिले के थाना जैदपुर के ग्राम मानपुर डेहुआ में शनिवार रात स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा श्रावस्ती जिले से कोविड-19 का टीका लाकर टीकाकरण किया जा रहा था। मौके पर करीब 150 ग्रामीण टीका लगवा रहे थे। टीका लगा रहे स्वास्थ्य कर्मी ने बताया कि वह श्रावस्ती जिले में स्वास्थ्य विभाग में तैनात है और वह वहीं से वैक्सीन लाकर यहां ग्रामीणों का टीकाकरण करता है। पुलिस के मुताबिक मौके पर भारी मात्रा में को-वैक्सीन के खाली और भरे वॉयल भी मिले। जानकारी मिलने पर वहां पुहंचे मीडियाकर्मी जब मामले की रिकॉर्डिंग करने लगे तो वहां मौजूद स्वास्थ्य कर्मी और ग्रामीण अचानक आक्रोशित हो गए। पुलिस को दी गई शिकायत के मुताबिक सभी ने मिलकर मीडियाकर्मियों को एक कमरे में बंद करके मारपीट की जान से मारने की धमकी दी। ग्रामीणों के अनुसार श्रावस्ती जिले का एक स्वास्थ्य कर्मी अक्सर वैक्सीन लाकर लोगों का टीकाकरण किया करता था। शनिवार देर रात एक बार फिर यह स्वास्थ्यकर्मी उसी गांव में लगभग डेढ़ सौ लोगों का टीकाकरण कर रहा था। टीकाकरण कर रहे स्वास्थ्यकर्मी ने अपना नाम सूर्य प्रताप सिंह बताया और कहा कि वह श्रावस्ती जिले में प्रयोगशाला सहायक के पद पर तैनात है। पुलिस को दी गई तहरीर में लगाये गये आरोप के अनुसार ग्रामीणों ने मीडियाकर्मियों के साथ काफी मारपीट और अभद्रता की। साथ ही उनके माइक और कैमरे भी तोड़ दिए। आरोप के मुताबिक इसके बाद मीडियाकर्मियों को कमरे में कैद करके मिट्टी का तेल डालकर जिंदा जलाने की भी कोशिश की गई। इसी बीच मीडियाकर्मियों ने किसी तरह मौके से भागकर अपनी जान बचाई और जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और सीएमओ समेत जिले के आलाधिकारियों को मामले की जानकारी दी। इसके बाद मौके पर तीन थानों की पुलिस पहुंची। पुलिसफोर्स ने पूरे गांव में छापेमारी की लेकिन तब तक सभी आरोपी मौके से फरार हो गए। पुलिसकर्मियों ने कुछ ग्रामीणों को पकड़कर मीडियाकर्मियों द्वारा बनाए गए वीडियो से सभी आरोपियों की शिनाख्त की जिसमें से अबतक चार को गिरफ्तार कर 18 आरोपियों को नामजद करने के साथ ही करीब दो दर्जन अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया।
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