किसानों के समर्थन में प्रकाश सिंह बादल ने लौटाया पद्म विभूषण, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर कही ये बात
By स्वाति सिंह | Published: December 3, 2020 02:24 PM2020-12-03T14:24:22+5:302020-12-03T14:26:38+5:30
कृषि कानूनों के खिलाफ देश में किसानों का आंदोलन बढ़ता जा रहा है। इसी बीच पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और अकाली दल के वरिष्ठ नेता प्रकाश सिंह बादल ने कृषि कानूनों के विरोध में अपना पद्म विभूषण सम्मान वापस कर दिया है।
नई दिल्ली: देश में किसानों की ओर से लगातार कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन किए जा रहे हैं। इसी बीच एनडीए का हिस्सा रहे शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने भारत सरकार से मिले पद्म विभूषण सम्मान को वापस कर दिया है। उन्होंने किसान आंदोलन के समर्थन और कृषि कानूनों के विरोध में किया है। बादल का कहना है कि वे किसानों के साथ किए जा रहे केंद्र सरकार के व्यवहार से आहत हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को करीब तीन पन्ने की चिट्ठी लिखते हुए कृषि कानूनों का विरोध किया, किसानों पर एक्शन की निंदा की और इसी के साथ अपना सम्मान वापस दिया। अपना पद्म विभूषण लौटाते हुए पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने लिखा, 'मैं इतना गरीब हूं कि किसानों के लिए कुर्बान करने के लिए मेरे पास कुछ और नहीं है, मैं जो भी हूं किसानों की वजह से हूं। ऐसे में अगर किसानों को अपमान हो रहा है, तो किसी तरह का सम्मान रखने का कोई फायदा नहीं है'।
सरकार और किसानों में नहीं बन रही बात
बता दें कि देश में किसानों की ओर से लगातार कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन किए जा रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से किसान दिल्ली बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं और केंद्र सरकार से कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की जा रही है। दिल्ली-एनसीआर के इलाकों को किसानों ने पूरी तरह से घेरा हुआ है और यहीं डेरा जमा लिया है। किसानों को मनाने के लिए सरकार की ओर से लगातार बातचीत की जा रही है। अबतक चार दौर की चर्चा हो चुकी है, लेकिन किसान मानने को तैयार नहीं हैं। किसानों का कहना है कि सरकार को तीनों कानून वापस लेने होंगे, साथ ही MSP पर गारंटी देनी होगी।