पूर्व सांसद मोनाजिर हसन ने जदयू से दिया इस्तीफा, राजद-जदयू पर साधा निशाना
By एस पी सिन्हा | Published: May 28, 2023 04:57 PM2023-05-28T16:57:59+5:302023-05-28T17:01:40+5:30
जदयू नेता मोनाजिर हसन ने रविवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि पार्टी अपने मूल सिद्धांतों से भटक गई है।
पटना: पूर्व सांसद डॉक्टर मोनाजिर हसन ने रविवार को जदयू की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि जदयू से इस्तीफा देने की सूचना उन्होंने मुख्यमंत्री नितीश कुमार एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष, जदयू को दे चुके हैं।
इस्तीफा के बाद मोनाजिर हसन ने जदयू के साथ ही राजद पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने नीतीश कुमार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जदयू अपने मूल सिद्धांतों से भटक गई है और ऐसा प्रतीत होता है की पार्टी को हमारे जैसे निष्ठावान कार्यकर्ताओं की जरुरत ही नहीं है। चंद स्वार्थी लोगो ने पार्टी को अपने वश में कर लिया है जो पार्टी को दीमक की तरह चाट रहे हैं।
मीडिया से बात करते हुए पूर्व सांसद ने कहा कि हमने अपने इस्तीफे की कॉपी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पार्टी अध्यक्ष ललन सिंह को भेज दिया है। उन्होंने कहा कि हजारों कार्यकर्ताओं के बलिदान से जिस पार्टी का निर्माण किया गया था, उसी पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं को अपमानित और पार्टी विरोधी ताकतों को सम्मानित किया जा रहा है।
पार्टी के 90 प्रतिशत कार्यकर्ता आज घुटन महसूस कर रहे हैं। लालू यादव और तेजस्वी यादव को भी आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि इधर राजद में भी मुसलमानों के लिए कोई जगह नहीं बच गई है उसे न तो मंच पर जगह दी जा रही है और न ही सरकार, संगठन में हिस्सेदारी दी जा रही है। अगर कोई हिस्सेदारी दी भी गई है तो वो भी खरीद-फरोत के माध्यम से ही।
जैसा कि आम चर्चा में भी है की राज्यसभा की कुछ सीटें पैसों के लेन-देन से ही संभव हो पाया है। उन्होंने कहा कि जैसा की बीते दिनों बिहार शरीफ में दंगाइयों के द्वारा ऐतिहासिक मदरसा अजीजिया को जला दिया गया और मुसलमानों के मसीहा होने का दावा करने वाले मुख्यमंत्री नितीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव आज की तारीख तक जायजा लेने वहा नहीं पहुंच पाए।
प्रभावित लोगों को मुवावजा तो दूर की बात है जिनकी दुकाने जली, रोजी रोजगार छीने गये उन्हें सरकार ने अभी तक एक धेला तक नहीं दिया। माय समीकरण सिर्फ कहने भर ही है। अब महागठबंधन की सरकार में मुसलमान अपने आप को ठगा हुआ महसूस करते हैं। शहाबुद्दीन के साथ कैसा व्यवहार किया गया यह सभी जानते है।
मुसलमानों को अब महागठबंधन गरम मसाला समझ रही है, जिसको खाने से पहले निकाल दिया जाता है। बता दें कि मनोजिर हसन इससे पहले राजद, जदयू के साथ ही भाजपा मे भी रह चुकें हैं। चर्चा है वह जल्द ही उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी रालोजद का दामन थाम सकते हैं।