जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला का बड़ा बयान, अब चीन की मदद से ही अनुच्छेद 370 की बहाली की उम्मीद
By अनुराग आनंद | Published: October 11, 2020 02:51 PM2020-10-11T14:51:54+5:302020-10-11T14:51:54+5:30
यह पहली बार नहीं है जब अनुच्छेद 370 को समाप्त किए जाने के बाद फारूक अब्दुल्ला ने इस कानून के बहाली को लेकर बयान दिया है। इससे पहले संसद सत्र में पाकिस्तान से बात कर कश्मीर समस्या हल करने की बात फारूक अब्दुल्ला बोले थे।
नई दिल्ली:जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने अनुच्छेद 370 के समाप्त किए जाने को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। आज तक की मानें तो पूर्व सीएम अब्दुल्ला ने कहा कि चीन के समर्थन से जम्मू-कश्मीर में फिर से अनुच्छेद 370 को लागू किया जाएगा।
यह पहली बार नहीं है जब अनुच्छेद 370 को समाप्त किए जाने के बाद फारूक अब्दुल्ला ने इस कानून के बहाली को लेकर बयान दिया है। लेकिन, इस बार उन्होंने चीन के समर्थन से इस कानून के बहाली की बात कहकर एक विवाद खड़ा कर दिया है।
इससे पहले भी मीडिया के समक्ष फारूक अब्दुल्ला कहते रहे हैं कि अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35 ए को दोबारा लागू करवाने और जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा दिलवाने के लिए वो प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा है कि वह शांति प्रिय तरह से इस लड़ाई को आगे भी लड़ते रहेंगे।
दिल्ली में संसद सत्र में हिस्सा लेने आए अब्दुल्ला ने कहा था कि जब लद्दाख के लिए भारत चीन से बात कर सकता है तो कश्मीर के लिए भी भारत को दूसरे पड़ोसी देशों से बात कर इस समस्या का हल निकालना चाहिए।
एनबीटी खबर की मानें तो इससे पहले एक वेबसाइट से बात करते हुए फारूख अब्दुल्ला ने कहा था कि न ही कश्मीर के लोग खुद को भारतीय मानते हैं और न ही भारतीय होना चाहते हैं। इसके बदले वे चाहते हैं कि चीन उन पर शासन करें।
रिपोर्ट में बताया गया था कि अब्दुल्ला इतने पर ही नहीं ठहरे उन्होंने तो यह भी कहा था कि ईमानदारी से कहूं तो मुझे हैरानी होगी अगर उन्हें (सरकार) वहां कोई ऐसा शख्स मिल जाता है जो खुद को भारतीय बोले।
अब्दुल्ला ने आगे कहा था कि आप जाइए और वहां किसी से भी बात कीजिए.. वे खुद को भारतीय नहीं मानते हैं और न ही पाकिस्तानी.. मैं यह आपको स्पष्ट कर दूं। पिछले साल 5 अगस्त को उन्होंने (मोदी सरकार ने) जो किया, वह ताबूत में आखिरी कील था।