कलकत्ता हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश सीएस कर्णन गिरफ्तार, जजों की पत्नियों-महिला जजों के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी के हैं आरोप
By स्वाति सिंह | Published: December 2, 2020 05:07 PM2020-12-02T17:07:00+5:302020-12-02T17:09:29+5:30
कलकत्ता हाईकोर्ट के पूर्व जज सीएस कर्णन पहले ही न्यायपालिका पर अपनी टिप्पणियों को लेकर विवादों में घिरे रहे हैं। 9 मई 2017 को सात जजों की बेंच ने जस्टिस कर्णन को अवमानना का दोषी मानते हुए छह महीने की सजा सुनाई थी।
चेन्नई: कलकत्ता हाईकोर्ट के पूर्व जज सीएस कर्णन को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया है। रिटायर्ड जज सीएस कर्णन के खिलाफ न्यायाधीशों की पत्नियों, महीला वकीलों और अदालत की महिला स्टाफ के साथ दुर्व्यव्यवहार के आरोप लगाए गए हैं। कर्णन पर आरोप लगाए गए हैं कि उन्होंने महिलाओं को बलात्कार की धमकियां दी हैं और यौन टिप्पणियां की है। बता दें कि बीते महीने तमिलनाडु बार काउंसिल ने मद्रास हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई थी।
हाईकोर्ट ने कुछ दिनों पहले इस मामले में संज्ञान लिया था और तमिलनाडु पुलिस को कार्रवाई न करने पर कड़ी फटकार लगाई थी। जस्टिस कर्णन पहले ही न्यायपालिका पर अपनी टिप्पणियों को लेकर विवादों में घिरे रहे हैं। इससे पहले भी सुप्रीम कोर्ट ने कर्णन को मई 2017 में 6 महीने की सजा सुनाई थी। उस वक्त कर्णन सुप्रीम कोर्ट, न्याय व्यवस्था और न्याय प्रक्रिया की अवमानना के दोषी पाए गए थे।
खास बात है कि जिस वक्त कर्णन को सजा हुई, उनकी रिटायरमेंट में केवल 6 महीने का ही समय बचा था। उनपर करिअर में कई बार भ्रष्टाचार के भी आरोप लगे। हालांकि, उन्होंने हर बार इन आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने दावा किया है कि दलित होने की वजह से उन्हें निशाना बनाया जाता है।