ओमप्रकाश चौटाला जेल से बाहर आते ही पार्टी को मजबूत करने में जुटे, लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार
By बलवंत तक्षक | Published: May 29, 2019 07:42 AM2019-05-29T07:42:10+5:302019-05-29T07:42:10+5:30
पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला दो हफ्ते के लिए तिहाड़ जेल से बाहर आए हैं. लोकसभा चुनावों के दौरान भी उन्होंने पैरोल पर बाहर आने की कोशिश की थी, लेकिन उनके आग्रह को नामंजूर कर दिया गया.
जेल से बाहर आते ही पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) को मजबूत करने की कोशिशें शुरू कर दी हैं. लोकसभा चुनावों में इनेलो ने हरियाणा की सभी दस सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे, लेकिन कोई भी अपनी जमानत बचाने में कामयाब नहीं हो पाया. इनमें कुरु क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतरे उनके पोते अर्जुन सिंह चौटाला भी शामिल हैं.
चौटाला दो हफ्ते के लिए तिहाड़ जेल से बाहर आए हैं. लोकसभा चुनावों के दौरान भी उन्होंने पैरोल पर बाहर आने की कोशिश की थी, लेकिन उनके आग्रह को नामंजूर कर दिया गया. यह पहले ऐसे चुनाव थे, जिनमें चौटाला अपनी पार्टी के उम्मीदवारों की मदद के लिए प्रचार नहीं कर पाए. चुनाव संपन्न होने और परिणाम आ जाने के बाद उन्हें अस्थाई तौर पर जेल से रिहाई मिल गई है.
जेल से बाहर आते ही चौटाला ने अपने एक संदेश में इनेलो कार्यकर्ताओं से कहा है कि वे जल्दी ही सभी से मुलाकात कर उनसे उनकी मन की बात को भी समझने की कोशिश करेंगे. उन्होंने कहा है अभी हाल में लोकसभा चुनावों में मिली हार को ध्यान में रखते हुए इसकी समीक्षा करेंगे.
चौटाला का कहना है कि पहले भी इनेलो ने कठिन स्थितियों का सामना किया है और फिर कामयाबी भी हासिल की है. आगे भी पार्टी को सफलता मिलेगी.उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं के साथ सलाह-मशिवरे के बाद ही भविष्य की रणनीति तय की जाएगी.
नाराज कार्यकर्ताओं से बातचीत चौटाला ने कहा कि अपनी रिहाई की इस अवधि के दौरान वे पार्टी के सभी नाराज कार्यकर्ताओं से बातचीत करेंगे और कारणों को समझ कर उन्हें दूर करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे.
उन्होंने कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि वे संयम रखते हुए भविष्य के प्रति अपनी आस्था बनाए रखें. इन्हीं दो हफ्तों के दौरान चौटाला पूरे हरियाणा का दौरा कर लेंगे. उनकी कोशिश रहेगी कि आने वाले विधानसभा चुनावों में इनेलो का प्रदर्शन अच्छा रहे.