भारतीय नौसेना में पहली बार युद्धपोत पर तैनात होंगी दो अधिकारी, जानें सबकुछ
By स्वाति सिंह | Published: September 22, 2020 03:11 PM2020-09-22T15:11:43+5:302020-09-22T15:11:43+5:30
रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाइक ने संसद में कहा था कि वायुसेना में रणनीतिक आवश्यकताओं को देखते हुए महिला लड़ाकू पायलटों को शामिल और तैनात किया गया है।
नई दिल्ली: भारतीय नौसेना ने पहली बार हेलीकॉप्टर स्ट्रीम में दो महिलाओं को तैनात करने का फैसला किया है। सब लेफ्टिनेंट कुमुदिनी त्यागी और सब लेफ्टिनेंट रीति सिंह को 'ऑब्जवर्स' (एयरबोर्न टैक्टिशियंस) के रूप में तैनाती दी गई है। फ्रंटलाइन वॉरशिप्स में महिलाओं की यह पहली तैनाती होगी।
इससे पहले नौसेना में महिलाओं की एंट्री को विंग एयरक्राफ्ट तक ही सीमित रखा गया था। डिफेंस स्टेटमेंट में बताया गया कि दोनों महिलाएं नौसेना के 17 अधिकारियों के एक समूह का हिस्सा हैं, जिनमें चार महिला अधिकारी और भारतीय तटरक्षक के तीन अधिकारी शामिल हैं, जिन्हें आज आईएनएस गरुड़ में आयोजित एक समारोह में 'ऑब्जर्वर्स' के रूप में तैनाती को लेकर 'विंग्स' से सम्मानित किया गया।
ग्रुप में नियमित बैच के 13 अधिकारी और शॉर्ट सर्विस कमीशन बैच की चार महिला अधिकारी शामिल थीं। समारोह की अध्यक्षता चीफ स्टाफ ऑफिसर (ट्रेनिंग) रियर एडमिरल एंटनी जॉर्ज ने की, जिन्होंने अधिकारियों को पुरस्कार और प्रतिष्ठित 'विंग्स' भेंट किए।
In the Indian Navy on most of our aircraft, there's an observer with the pilot. All weapon & tactical control, the sensors on the aircraft will be under my control when I take my position. Deciding, designating enemies & pointing out targets will be my job: Sub Lt Riti Singh https://t.co/5aSyeL4ng4pic.twitter.com/DpjOO1BdjW
— ANI (@ANI) September 22, 2020
वतर्मान में भारतीय वायुसेना में लड़ाकू विमान उड़ाने वाली 10 महिला पायलट और 18 महिला नेविगेटर हैं। वायुसेना में इस समय महिला अधिकारियों की कुल संख्या 1,875 है। गत सप्ताह, रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाइक ने संसद में कहा था कि वायुसेना में रणनीतिक आवश्यकताओं को देखते हुए महिला लड़ाकू पायलटों को शामिल और तैनात किया गया है। पिछले साल 10 सितंबर को वायुसेना की ‘गोल्डन ऐरो’ स्क्वाड्रन का पुनर्गठन किया गया था।