नेपाल की वजह से बिहार में बाढ़ के हालात बदतर, अबतक यह आफत लील चुकी है सौ से ज्यादा जिंदगियां
By एस पी सिन्हा | Published: July 19, 2019 07:19 PM2019-07-19T19:19:28+5:302019-07-19T19:19:28+5:30
बिहार के 12 जिलों के अधिकांश क्षेत्रों में घरों और खेतों में बाढ़ का पानी भर गया है, जिसके कारण हजारों लोग बेघर हो गए हैं.
नेपाल के जल अधिग्रहण ईलाके में लगातार हो रही बारिश के कारण बिहार में बाढ़ के हालात बदतर होते जा रहे हैं. अब तक बाढ़ के कारण सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. वहीं इस बीच बाढ़ से प्रभावित 55 लाख लोगों को शुक्रवार राहत राशि भेजा जाना शुरू कर दिया गया है. राज्य के 12 जिलों के अधिकांश क्षेत्रों में घरों और खेतों में बाढ़ का पानी भर गया है, जिसके कारण हजारों लोग बेघर हो गए हैं.
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, राज्य के बारह जिलों के 97 प्रखंडों के 921 पंचायतों में बाढ का पानी फैला हुआ है, जिससे 55 लाख से ज्यादा की जनसंख्या प्रभावित है. बाढ़ से अब तक सौ लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों घर तबाह हो चुके हैं. एक तरफ कई इलाकों में बाढ़ का पानी धीरे-धीरे कम हो रहा है. वहीं दूसरी तरफ कुछ नए स्थानों में बाढ़ का पानी फैल रहा है.
मौसम विभाग के मुताबिक अभी कुछ दिन और बारिश के आसार बने हुए हैं. बाढ़ से बिहार का अररिया जिला सबसे अधिक प्रभावित है और इसके बाद किशनगंज, पूर्णिया और कटिहार जिलों की हालत लगातार खराब बनी हुई है.
पूर्णिया मंडल के जिलों में महानंदा और उसकी सहायक नदियां कनकई, परमान और मेची बहती हैं. साथ ही सौरा और कोसी नाम की कई छोटी नदियां भी बरसात के दिनों में रौद्र रूप ले लेती हैं. अररिया से लेकर किशनगंज के बीच एनएच 57 और एनएच 31 फिलहाल कई तरह से लाइफलाइन बना हुआ है.