बिहार में बाढ़ की स्थिति हुई और भयावह, बाढ़ ने अबतक 31 लोगों को लीला, सांसदों को करना पड़ा विरोध का सामना
By एस पी सिन्हा | Published: July 15, 2019 06:16 PM2019-07-15T18:16:18+5:302019-07-15T18:16:18+5:30
बिहार: झंझारपुर के सांसद रामप्रीत मंडल को नरुआर गांव में विरोध का सामना करना पड़ा. वह हाल-चाल जानने के बाद वापस आने लगे थे. उन्होंने लोगों को बचाने के लिए किसी तरह की कोई रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने का कोई आश्वासन नहीं दिया.
बिहार के कई जिलों में बाढ़ का कहर लगातार जारी है. नेपाल से सटे राज्य के सीमावर्ती इलाकों में रुक-रुककर हो रही बारिश ने जानलेवा रूप ले लिया है. बिहार में बाढ़ से अब तक 31 लोगों की मौत हुई है. बाढ़ से बिहार के 8 जिले प्रभावित हैं, वहीं 12 लाख से ज्यादा की जनसंख्या बाढ़ग्रस्त इलाकों में है. इस बीच बाढ़ की विभीषिका का जायजा लेने पहुंचे झंझारपुर के सांसद और अररिया के सांसद को भारी विरोध का सामना करना पड़ा है.
बताया जाता है कि झंझारपुर के सांसद रामप्रीत मंडल को नरुआर गांव में विरोध का सामना करना पड़ा. वह हाल-चाल जानने के बाद वापस आने लगे थे. उन्होंने लोगों को बचाने के लिए किसी तरह की कोई रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने का कोई आश्वासन नहीं दिया. इस पर उन्हें आक्रोशित ग्रामीणों के जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा. किसी तरह सांसद को बचाया गया और उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला गया.
यही नहीं अररिया जिले के फारबिसगंज प्रखंड मुख्यालय पर लाठी-डंडे से लैस बाढ़ पीडितों ने सांसद को रविवार शाम घेर लिया. लोगों ने बाढ़ राहत सामग्री पीड़ितों तक नहीं पहुंचने का आरोप लगाया और सांसद को जमकर खरी खोटी सुनाई. गुस्साए पीड़ितों ने कहा क्या हम इसलिए वोट देते हैं क्या? हमारे साथ चलकर देखिए कि बाढ़ से हमारा कितना बुरा हाल है. इसके बाद सांसद ने पीड़ितों के दबाव में प्रभावित गांवों का दौरा किया.
उन्होंने सरकारी स्तर पर जल्द से जल्द हर संभव मदद का भरोसा दिया. वहीं, बिहार के जिन इलाकों में बाढ़ का सबसे ज्यादा असर है. उनमें अररिया, किशनगंज, सुपौल, दरभंगा, शिवहर, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, मधुबनी जिला शामिल हैं. बाढ़ से अररिया में अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है, तो वहीं मोतिहारी में बाढ़ से मरने वालों की संख्या 10 है.
सीतामढ़ी में बाढ़ से अबतक 4 लोगों की मौत हुई है, जबकि किशनगंज में मौत का आंकड़ा तीन है. दरभंगा में बाढ़ से अब तक दो की मौत की खबर है, वहीं शिवहर में बाढ़ से अबतक एक शख्स की मौत हुई है. जबकि मधुबनी से भी दो लोगों के मरने की खबर आ रही है.
प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव का काम लगातार जारी है. लोग प्रभावित इलाकों से निकल कर सड़कों पर शरण लिए हैं. बिहार में बाढ़ पीड़ितों को बचाने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम भी लगी है.