PFI Ban: 'सबसे पहले RSS को बैन कीजिए, ये उससे भी बदतर संगठन है', पीएफआई प्रतिबंध पर बोले लालू यादव
By आजाद खान | Published: September 28, 2022 01:55 PM2022-09-28T13:55:02+5:302022-09-28T14:21:37+5:30
इस बैन को लेकर लालू यादव ने बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि "सबसे पहले RSS को बैन करिए, ये उससे भी बदतर संगठन है।"
पटना: गृह मंत्रालय की ओर से पीएफआई (PFI) पर लगे पांच साल के बैन पर आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) की प्रतिक्रिया सामने आई है। इस बैन पर बोलते हुए लालू यादव ने कहा है कि पीएफआई और उससे संबद्ध कई अन्य संगठनों पर बैन के साथ आरएसएस पर भी बैन लगना चाहिए।
लालू यादव ने यहां तक कह दिया कि सबसे पहले आरएसएस पर बैन लगना चाहिए। आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने आतंकी गतिविधियों में संलिप्तता और आईएसआईएस जैसे आतंकवादी संगठनों से ‘‘संबंध’’ होने के कारण बुधवार को पीएफआई व उससे संबद्ध कई अन्य संगठनों पर पांच वर्ष का प्रतिबंध लगा दिया है।
PFI पर जांच हो रही है। PFI की तरह जितने भी संगठन हैं सभी पर प्रतिबंध लगाना चाहिए जिसमें RSS भी शामिल है। सभी पर प्रतिबंध लगाया जाए.... सबसे पहले RSS को बैन करिए, ये उससे भी बदतर संगठन है: RJD के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव, दिल्ली pic.twitter.com/HJDBGwyYp0
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 28, 2022
क्या बोले लालू यादव
पीएफआई पर लगे बैन पर बोलते हुए लालू यादव ने आरएसएस पर भी बैन लगाने की वकालत की है। उन्होंने कहा कि सबसे पहले आरएसएस पर बैन लगना चाहिए। आरजेडी सुप्रीमो ने आगे कहा, "PFI पर जांच हो रही है। PFI की तरह जितने भी संगठन हैं सभी पर प्रतिबंध लगाना चाहिए जिसमें RSS भी शामिल है। सभी पर प्रतिबंध लगाया जाए.... सबसे पहले RSS को बैन करिए, ये उससे भी बदतर संगठन है।"
एबीपी की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस पर बोलते हुए लालू यादव ने आगे कहा कि आरएसएस पर भी बैन लगना चाहिए क्योंकि ये लोग केवल मुस्लिम संगठनों को निशाना बना रहे है। रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने यह भी कहा कि वे हर बात में हिंदु-मुस्लिम करते हैं इसलिए इन पर प्रतिबंध लगना चाहिए।
बैन पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने क्या कहा
पीएफआई पर प्रतिबंध को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से मंगलवार देर रात जारी एक अधिसूचना में कहा गया इस संगठन के कुछ संस्थापक सदस्य ‘स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया’ (सिमी) के नेता हैं और पीएफआई के जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) से भी जुड़े हैं। जेएमबी और सिमी दोनों ही प्रतिबंधित संगठन हैं।
अधिसूचना में कहा गया कि पीएफआई के ‘इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया’ (आईएसआईएस) जैसे आतंकवादी संगठनों के साथ संबंधों के भी कई मामले सामने आए हैं।
अधिसूचना में दावा किया गया कि पीएफआई और उसके सहयोगी या मोर्चे देश में असुरक्षा होने की भावना फैलाकर एक समुदाय में कट्टरता को बढ़ाने के वास्ते गुप्त रूप से काम कर रहे हैं, जिसकी पुष्टि इस तथ्य से होती है कि पीएफआई के कुछ कार्यकर्ता अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय आतंकवादी संगठनों में शामिल हुए हैं।
भाषा इन्पुट के साथ