लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट की पहली बार रात में हुई सफलतापूर्वक अरेस्टेड लैंडिंग, नौसेना की बढ़ाएगा ताकत
By रामदीप मिश्रा | Published: November 13, 2019 04:17 PM2019-11-13T16:17:37+5:302019-11-13T16:23:28+5:30
लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस का वीडियो जारी किया गया है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि रात के समय तेजस अरेस्टेड लैंडिंग कर रहा है।
देश में बने लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) तेजस ने मंगलवार (12 नवंबर) को पहली बार रात में सफलतापूर्वक अरेस्टेड लैंडिंग कर ली है। तेजस ने रात 8 बजकर 45 मिनट पर लैंडिंग की है। यह लैंडिंग गोवा की तटीय टेस्ट फैसिलिटी में पर करवाई गई है। यह जानकारी रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) की ओर से जारी की गई है।
समाचार एजेंसी एएनआई ने लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस का वीडियो जारी किया है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि रात के समय तेजस अरेस्टेड लैंडिंग कर रहा है और उसकी सफल लैंडिंग हो गई है। नौसेना में शामिल होने से पहले लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस का परीक्षण करवाया जा रहा है।
Defence Research and Development Organisation (DRDO): First night time arrested landing of LCA Navy carried out successfully at SBTF Goa on 12 November at 1845 hrs to demonstrate ease of handling & confidence achieved in arrested landing technologies. pic.twitter.com/zBR2tHsDAi
— ANI (@ANI) November 13, 2019
आपको बता दें कि नौसेना में शामिल विमानों के लिए उनका हल्कापन और दूसरा अरेस्टेड लैंडिंग की आवश्यकता होती है। आमतौर पर नौसेना के युद्धपोत पर रनवे छोटा होता है। इस वजह से फाइटर प्लेन्स की लैंडिंग कराने के लिए रफ्तार कम करनी होती है। इसमें फाइटर प्लेन्स को रोकने के लिए अरेस्टेड लैंडिंग काम आती है।
बताया जाता है कि अरेस्टेड लैंडिंग कराने के लिए फाइटर प्लेन के पीछे के हिस्से में मजबूत स्टील के वायर लगाई जाती और उस वायर में एक हुक होता है जोकि लैंडिंग के दौरान पायलट को युद्धपोत या शिप में लगे स्टील के मजबूत केबल्स में फंसाना होती है। इस फंस जाने के बाद प्लेन की रफ्तार कम हो जाती है और प्लेन आसानी से अरेस्टेड लैंडिंग कर लेता है।