गुजरात से पहली श्रमिक स्पेशल ट्रेन पहुंची बिलासपुर
By भाषा | Published: May 11, 2020 08:53 PM2020-05-11T20:53:20+5:302020-05-11T20:53:20+5:30
गुजरात से पहली श्रमिक स्पेशल ट्रेन सोमवार सुबह बिलासपुर पहुंची। राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि छत्तीसगढ़ के प्रवासी श्रमिकों, विद्यार्थियों तथा स्वास्थ्य सुविधा की आवश्यकता वाले लोगों को लेकर गुजरात से आज पहली ट्रेन बिलासपुर स्टेशन पहुंची।
रायपुर: लॉकडाउन के चलते फंसे छत्तीसगढ़ के श्रमिकों और 12 सौ लोगों को लेकर गुजरात से पहली श्रमिक स्पेशल ट्रेन सोमवार सुबह बिलासपुर पहुंची। राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि छत्तीसगढ़ के प्रवासी श्रमिकों, विद्यार्थियों तथा स्वास्थ्य सुविधा की आवश्यकता वाले लोगों को लेकर गुजरात से आज पहली ट्रेन बिलासपुर स्टेशन पहुंची। जिला प्रशासन ने इसके लिए सभी आवश्यक तैयारियां की थीं। गुजरात से करीब 1200 श्रमिकों और अन्य लोगों को लेकर यह ट्रेन पहुंची।
ट्रेन अहमदाबाद, गोधरा, रतलाम, बीना, कटनी, पेन्ड्रारोड होते हुए बिलासपुर पहुंची थी। इस ट्रेन में मुंगेली जिले के 20, जांजगीर-चाम्पा जिले के 53 और दुर्ग जिले के 11 लोग भी शामिल थे। अधिकारियों ने बताया कि जिला प्रशासन बिलासपुर द्वारा ट्रेन से आने वाले याात्रियों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए 80 मेडिकल कर्मचारियों की ड्यूटी यहां लगायी गई थी। इसमें 28 डाक्टर, 14 लैब टेक्नीशियन और 22 पैरा मेडिकल कर्मी शामिल थे।
इसके अलावा अन्य समन्वय, सेनिटाइजर और मास्क वितरण के लिए 16 लोग तैनात किए गए थे। उन्होंने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा के लिए पुलिस के 82 और आरपीएफ के 50 जवान तैनात किए गए थे। राजस्व और पंचायत विभाग के 56 अधिकारी-कर्मचारी तथा 70 बसों के लिए चालक और इतने ही वाहन प्रभारी उपस्थित रहे।
स्टेशन और आस-पास के क्षेत्र को सेनेटाइज करने के लिए निगम के 20 कर्मचाारियों का अमला और इस पूरी व्यवस्था के समन्वय और निगरानी के लिए एसडीएम, डिप्टी कलेक्टर और तहसीलदार सहित 30 प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे। अधिकारियों ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा हर बोगी में कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। ट्रेन के स्टेशन पहुंचने पर बारी बारी से चार-चार बोगियों से यात्रियों को उतारा गया। उतरने से पहले सभी यात्रियों को हैंड सेनेटाइजर और मास्क दिया गया।
रेलवे स्टेशन के हर गेट में स्वास्थ्य विभाग की टीम तैनात रही जिनके द्वारा उनका स्वास्थ्य परीक्षण और स्क्रीनिंग की गई। अधिकारियों ने बताया कि मजदूरों को रेलवे स्टेशन से बसों के द्वारा उनके गांव और जिलों में भेजने की व्यवस्था की गई जहां उन्हें पृथक रखा जाएगा। बिलासपुर जिले के लोगों के लिये 60 बसों की व्यवस्था की गई है।
यात्रियों को सम्बन्धित क्षेत्र की बसों में बिठाने और उनकी रवानगी के लिए कर्मचारी तैनात किए गए थे। स्टेशन के बाहर छह 108-एम्बुलेंस भी तैनात रहीं। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के कारण अन्य राज्यों में फंसे छत्तीसगढ़ के श्रमिकों, छात्रों, संकट में पड़े लोगों और चिकित्सा की आवश्यकता वाले व्यक्तियों की छत्तीसगढ़ वापसी के लिये छत्तीसगढ़ सरकार की अब तक कुल 15 स्पेशल ट्रेनें चलाने की योजना है। राज्य सरकार ने कहा है कि इसके साथ ही चरणबद्ध तरीके से ट्रेनों का संचालन किया जाएगा।
ट्रेनों में आने के लिए इन लोगों को राज्य सरकार द्वारा जारी लिंक से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य होगा। छत्तीसगढ़ सरकार ने जिन 15 ट्रेनों को चरणबद्ध किया है उनमें अहमदाबाद से बिलासपुर के लिए दो ट्रेन, विजयावाड़ा आन्ध्रप्रदेश से बिलासपुर एक ट्रेन, अमृतसर पंजाब से चांपा एक ट्रेन, विरामगम अहमदाबाद से बिलासपुर चांपा एक ट्रेन, लखनऊ उत्तरप्रदेश से रायपुर के लिए तीन ट्रेन, लखनऊ से भाटापारा के लिए दो ट्रेन, मुजफ्फरपुर बिहार से रायपुर एक ट्रेन, दिल्ली से बिलासपुर के लिए एक ट्रेन, मेहसाणा, गुजरात से बिलासपुर चांपा एक ट्रेन, हैदराबाद तेलंगाना से दुर्ग रायपुर होते हुए बिलासपुर दो ट्रेन शामिल हैं।