Bhagalpur Fire : गांव में आग ने मचाई तबाही, सब कुछ हो गया बर्बाद, जल गये करीब 500 घर
By एस पी सिन्हा | Published: March 2, 2021 07:46 PM2021-03-02T19:46:11+5:302021-03-02T19:50:36+5:30
आग की लपटें इतनी तेज थी कि कोई अपना घर नहीं बचा सका। ज्यादातर लोगों के सभी समान जल गए।
पटना,2 मार्च। गर्मी का दस्तक देते ही बिहार में आगलगी की घटनायें तबाही मचाने लगी हैं। भागलपुर जिले के नारायणपुर प्रखंड के कसमबाद गांव में भीषण आग लगने से करीब 500 घर जलकर खाक हो गये। इस अगलगी में दर्जनों मवेशियों की भी झुलसकर मौत हो गई। इस घटना के गांव के सभी घरों के जल जाने का अनुमान है। मुखिया अरविंद मंडल ने इस बात की पुष्टि की है।
मुखिया ने बताया कि कसमाबाद गांव सभी घर के जल जाने की सूचना है। यह गांव बैकठपुर दुधेला पंचायत में पडता है। यह दियारा क्षेत्र है। गंगा तट पर यह गांव स्थित है। भीषण अगलगी की यह घटना खाना बनाने के दौरान हुई है, जिसमें अचानक लगी आग ने एक-एक कर करीब 500 घरों को अपने आगोश में ले लिया। अगलगी से पूरे इलाके में अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई।
लोगों ने आग को बुझाने की काफी कोशिश की लेकिन आग इतनी भीषण लगी थी की इसकी चपेट में कई घर आ गए। तेज हवा और दियारा इलाका होने के कारण एक घर से दूसरे घर में आग फैलता गया। अगलगी की इस घटना में घर का सारा सामान जलकर राख हो गया। रोते बिलखते पीडित मदद की गुहार लगा रहे हैं। बताया जाता है कि सभी पीडित पेशे से किसान हैं, जिन्हें राहत पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।
नाथनगर के सीओ राजेश कुमार ने पीड़ितों को राहत पहुंचाने की व्यवस्था किए जाने की बात कही है। बताया जाता है कि गांव के सभी घर फूस के हैं। घटना में 500 से ज्यादा घरों के पूरी तरह जल जाने का अनुमान है। इस घटना में कई मवेशी झुलसकर मर गए। धान सहित सभी अन्न जलकर नष्ट हो गए हैं। लोगों ने अपने-अपने घरों से जहां तक संभव हो सका घर से बाहर निकाला। कुछ ने लकड़ी के बने सामान को गंगा में फेंक दिया, ताकि उसे बचाया जा सके।
देखते ही लोगों ने सौ से ज्यादा अनाज से भरा ड्रम गंगा में प्रवाहित कर दिया। कुछ लोगों ने जैसे-तैसे चौकी और बिछावन निकाला। घटना की सूचना मिलने पर अकबरपुर पुलिस वहां पहुंची। नारायणपुर अंचलाधिकारी अजय कुमार सरकार ने बताया कि भौतिक सत्यापन करने के बाद ही स्पष्ट होगा कि कितने का नुकसान हुआ है। काफी संख्या में अधिकारी और पुलिस बल वहां मौजूद हैं।