हिमाचल प्रदेशः शिमला के एक गांव में लगी भीषण आग, सात घर जलकर हुए खाक, दो लोग झुलसे और एक है लापता
By रामदीप मिश्रा | Published: April 29, 2020 09:10 AM2020-04-29T09:10:05+5:302020-04-29T09:10:05+5:30
Himachal Pradesh: शिमला के उपायुक्त अमित कश्यप ने बताया है कि शिमला के चिरगांव क्षेत्र के शीशवाड़ी गांव में आग लगने से 2 व्यक्ति झुलस गए हैं और सात घर जलकर खाक हो गए हैं। वहीं, एक व्यक्ति लापता बताया जा रहा है। आग से झुलसे लोगों को नजदीकी अस्पताल में भेजा गया है।
शिमलाः हिमाचल प्रदेश के शिमला के चिरगांव क्षेत्र में एक गांव में भीषण आग लग गई, जिसमें सात घर जलकर खाक हो गए हैं और दो लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं। आग लगने की सूचना दमकल विभाग को दी गई। सूचना मिलते ही दमकल की कई गाड़िया मौके पर पहुंची हैं और आग पर काबू पाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
शिमला के उपायुक्त अमित कश्यप ने बताया है कि शिमला के चिरगांव क्षेत्र के शीशवाड़ी गांव में आग लगने से 2 व्यक्ति झुलस गए हैं और सात घर जलकर खाक हो गए हैं। वहीं, एक व्यक्ति लापता बताया जा रहा है। आग से झुलसे लोगों को नजदीकी अस्पताल में भेजा गया है, जहां उनका उपचार किया जा रहा है। मौके पर दमकलकर्मी मौजूद हैं और आग पर काबू पाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
वहीं, गांव में आग किस वजह से लगी है इसका अभी पता नहीं लगाया जा सका है। साथ ही साथ घर जलने से कितना नुकसान हुआ है इसका अभी आंकलन नहीं हो पाया है। आग लगने की वजह से गांव में दहशत का माहौल व्याप है।
2 persons injured&7 houses gutted in a fire that broke out at Shishtwari village in Shimla's Chirgaon area.1 person is missing. The injured have been shifted to hospital. Fire fighting operation underway: Amit Kashyap, Shimla Deputy Commissioner #HimachalPradeshpic.twitter.com/H4CHQLqLhd
— ANI (@ANI) April 29, 2020
आपको बता दे, बीते दिन (28 अप्रैल) नोएडा के छपरौला औद्योगिक क्षेत्र में सेलो टेप बनाने वाली एक फैक्टरी में भयंकर आग लग गई थी। इस आग से करोड़ों का माल जलकर स्वाहा हो गया था। जिस समय आग लगी थी। उस समय फैक्टरी के अंदर 12 श्रमिक मौजूद थे। दमकल विभाग ने काफी मशक्कत के बाद उन्हें बाहर निकाला था।
सूचना पाकर दमकल विभाग की 14 गाड़ियां मौके पर पहुंची थीं और चार घंटे के कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका था। टेप बनाने वाली फैक्टरी में केमिकल का प्रयोग किया जाता है और ड्रम व केन में भरकर रखे केमिकल, आग की चपेट में आकर बम की तरह फट रहे थे, जिसकी वजह से आग बुझाने में काफी परेशानियां हुई थीं।