वित्त मंत्री ने कहा- लॉकडाउन के दौरान न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 74300 करोड़ रुपये से अधिक के अनाज खरीदे गए, जानें फसल बीमा के बारे में क्या कहा
By अनुराग आनंद | Published: May 15, 2020 04:24 PM2020-05-15T16:24:47+5:302020-05-15T16:24:47+5:30
निर्मला सीतारमण ने कहा कि लॉकडाउन अवधि के दौरान 74,300 करोड़ रुपये से अधिक की राशि से अनाज का न्यूनतम समर्थन मूल्य खरीद हुई है।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मंगलवार (12 मई) को घोषित 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज के चरण के तहत वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज (15 मई) प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित कर रही हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के प्रेस कांफ्रेंस का आज तीसरा चरण है।
इस प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने किसानों के फायदे के लिए कई कदम उठाए हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान भी किसान काम करते रहे। लॉकडाउन के दौरान 2 माह में फसल बीमा योजना के तहत किसानों ने 6400 करोड़ रुपये निकाले हैं।
लॉकडाउन अवधि के दौरान 74,300 करोड़ रुपये से अधिक की राशि से अनाज का न्यूनतम समर्थन मूल्य खरीद हुई है। 18700 करोड़ रुपये का पीएम किसान निधि हस्तांतरण किया गया है।
During lockdown period Minimum Support Price purchases of amount more than Rs 74,300 crores; PM Kisan fund transfer of Rs 18700 cr: FM Nirmala Sitharaman on additional steps for agriculture during COVID19 pic.twitter.com/3sR3FI3C6g
— ANI (@ANI) May 15, 2020
बता दें कि कोरोना संकट से निपटने के लिए 20 लाख करोड़ रुपये का पैकेज के पहले चरण में बुधवार (13 मई) को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कई ऐलान किए, जिनसे करीब 5.94 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज देने की बात की गई है।वहीं दूसरे चरण में 3.16 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की गई है।
जानें आर्थिक पैकेज के दूसरे चरण में क्या-क्या ऐलान हुआ?
सरकार ने 'लॉकडाउन' के प्रभाव से अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए घोषित 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज के दूसरे चरण में प्रवासी मजदूरों को मुफ्त अनाज, किसानों को सस्ता कर्ज और रेहड़ी पटरी वालों को कार्यशील पूंजी कर्ज उपलब्ध कराने के लिये 3.16 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की।
महामारी के मद्देनजर देश को आत्म-निर्भर बनाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा को आगे बढ़ाते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतामण ने बीते दिन (14 मई) आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 8 करोड़ प्रवासी मजदूरों को दो महीने के लिए 5 किलो प्रति व्यक्ति अनाज और प्रति परिवार एक किलो दाल (चना) मुफ्त उपलब्ध कराई जाएगी।
साथ ही देश व्यापी लॉकडाउन के कारण बेरोजगार हुए 50 लाख रेहड़ी पटरी वालों को 10,000-10,000 रुपये तक कार्यशील पूंजी कर्ज उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने यह भी कहा कि 2.5 करोड़ किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड के जरिये 2 लाख करोड़ रुपये का रियायती कर्ज उपलब्ध कराया जाएगा।