उर्वरक मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने लॉन्च किया HURL का लोगो और ब्रांड 'अपना यूरिया सोना उगले'
By भाषा | Published: January 17, 2020 08:09 PM2020-01-17T20:09:34+5:302020-01-17T20:09:34+5:30
एचयूआरएल के अनुसार, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में तीन इकाइयों के चालू होने से देश के पूर्वी क्षेत्र में आर्थिक व व्यावसायिक गतिविधियों का विस्तार होगा।
उर्वरक मंत्री डी वी सदानंद गौड़ा ने शुक्रवार को हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) के लोगो और सूत्र वाक्य 'अपना यूरिया सोना उगले' का अनावरण किया। एचयूआरएल अपने तीन यूरिया कारखानों के पुनरोद्धार के काम में लगा है। ये रुग्ण इकाइयां गोरखपुर (उत्तर प्रदेश), बरौनी (बिहार) और सिंदरी (झारखंड) में हैं। तीन सार्वजनिक उपक्रमों- कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल), एनटीपीसी लिमिटेड और भारतीय तेल निगम लिमिटेड (आईओसीएल) द्वारा प्रवर्तित - एचयूआरएल माल पहुंचाने की अपनी पूरी सुविधा और विपणन के बुनियादी ढांचे की स्थापना में लगी है।
इस शुरुआत के बाद, गौड़ा ने कहा कि मौजूदा समय में पांच रुग्ण यूरिया इकाइयों को पुनर्जीवित किया जा रहा है। एचयूआरएल की इन तीन इकाइयों के फरवरी 2021 में चालू होने की उम्मीद है, जबकि रामागुंडम (तेलंगाना) और तालचर (ओडिशा) इकाइयां भी अगले साल परिचालन में आ सकती हैं।
गौड़ा ने कहा कि कंपनी के जहां जहां कारखाने हैं उनमें प्रत्येक स्थान पर, नीम लेपित यूरिया उत्पादन के 12.7-12.7 लाख टन क्षमता वाले एक एक नए संयंत्र स्थापित किया जा रहा हैं। इससे देश यूरिया के मामले में आत्मनिर्भर हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि देश को अभी सालाना लगभग 70-80 लाख टन यूरिया का आयात करना होता है। उर्वरक सचिव छबीलेंद्र राउल ने कहा कि न केवल यूरिया उत्पाद के विपणन पर ध्यान केंद्रित करने बल्कि उर्वरकों के संतुलित उपयोग के लिए किसानों को प्रोत्साहित किए जाने की भी जरूरत है।
एचयूआरएल के अनुसार, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में तीन इकाइयों के चालू होने से देश के पूर्वी क्षेत्र में आर्थिक व व्यावसायिक गतिविधियों का विस्तार होगा।