हरियाणा और पंजाब में धान खरीद पर हंगामा, करनाल में सीएम खट्टर के आवास के बाहर प्रदर्शन, वाटर कैनन का प्रयोग, देखें वीडियो
By सतीश कुमार सिंह | Published: October 2, 2021 03:12 PM2021-10-02T15:12:49+5:302021-10-02T15:14:56+5:30
केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी किसान हरियाणा में भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार के कार्यक्रमों में बाधा पहुंचाने की लगातार कोशिश करते रहे हैं।
करनालः पंजाब और हरियाणा में शनिवार को किसानों ने धान खरीद स्थगित करने के खिलाफ कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन किया। संयुक्त किसान मोर्चा ने शुक्रवार को धान की फसल खरीद में देरी को लेकर विरोध दर्ज कराने के लिए दोनों राज्यों में विधायकों के आवासों के बाहर विरोध प्रदर्शन करने का आह्वान किया था।
हरियाणा में 10 अक्टूबर तक धान खरीद में देरी के बाद प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड्स को तोड़ डाला। पुलिस ने उनके खिलाफ वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। करनाल में हरियाणा के सीएम एमएल खट्टर के आवास के बाहर जमा हो गए। केंद्र ने गुरुवार को पंजाब और हरियाणा में खरीफ धान की खरीद 11 अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दी।
#WATCH Protestors break barricades, police use water cannon against them, gathered outside the residence of Haryana CM ML Khattar in Karnal after paddy procurement delayed till October 10 in Haryana pic.twitter.com/ZPWqYp1JqU
— ANI (@ANI) October 2, 2021
धान की खरीद आमतौर पर 1 अक्टूबर से शुरू होती है। इस बीच, हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने शनिवार को कहा कि केंद्र के नए कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन दिन-ब-दिन हिंसक होता जा रहा है। महात्मा गांधी के देश में हिंसक आंदोलन की अनुमति नहीं दी जा सकती।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र से धान की फसलों की खरीद शुरू करने का आग्रह किया। केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, 'पंजाब के किसान परेशान हैं, केंद्र सरकार ने धान की खरीद 10 दिन के लिए टाल दी है, किसान ट्रैक्टर पर लाखों क्विंटल धान लेकर मंडियों के बाहर खड़ा है।
पंजाब के रूपनगर में पंजाब विधानसभा अध्यक्ष राणा के पी सिंह और मोगा में विधायक हरजोत कमल सहित कांग्रेस के कई विधायकों के आवासों के बाहर किसान जमा हो गए और धान की फसल की खरीद में देरी को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। अधिकारियों ने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था। किसानों ने आशंका व्यक्त की कि अगर उनकी फसल अनाज मंडियों में नहीं खरीदी गई तो उन्हें नुकसान होगा।
पुलिस ने झज्जर और अंबाला में प्रदर्शनकारी किसानों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार की
हरियाणा पुलिस ने शुक्रवार को झज्जर और अंबाला में भाजपा और जजपा नेताओं के कार्यक्रमों का विरोध करने पहुंचे किसानों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार की। झज्जर में प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने अवरोधकों को पार कर उस स्थान पर जाने की कोशिश की, जहां उपमुख्यमंत्री एवं जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के नेता दुष्यंत चौटाला का एक समारोह में हिस्सा लेने के लिए आने का कार्यक्रम था। यह समारोह स्थल झज्जर में एक सरकारी महाविद्यालय था।
पुलिस ने कहा कि उसने समारोह स्थल के करीब पहुंच चुके प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार की, प्रर्दानकारियों में कुछ ने अवरोधकों को पार कर अंदर जाने की कोशिश की थी। झज्जर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी एवं उपायुक्त कानून व्यवस्था को संभालने के लिए मौके पर पहुंच गये।
अंबाला जिले में भी पुलिस ने किसानों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार की। किसानों ने उस स्थल का मार्ग अवरूद्ध कर दिया था, जहां भाजपा नेताओं की एक बैठक होनी थी। जैसे ही यह सूचना किसानों को मिली कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ओ पी धनखड़ और अंबाला के सांसद आर एल कटारिया पार्टी की बैठक के लिए आयेंगे, वे वहां बड़ी संख्या में पहुंचने लगे।
किसान धरने पर बैठ गये और उन्होंने सड़क अवरुद्ध कर दिया। पुलिस ने बताया कि उसने प्रदर्शनकारी किसानों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार की। बृहस्पतिवार को करनाल के इंद्री में भी किसानों ने ऐसा ही किया था।