किसानों की गिरफ्तारी के खिलाफ जब पुलिस थाने में धरना देनी पहुंची एक गाय! प्रदर्शनकारी बोले- ये हमारी 41वीं गवाह है
By दीप्ती कुमारी | Published: June 7, 2021 03:20 PM2021-06-07T15:20:29+5:302021-06-07T15:21:07+5:30
हरियाणा के फतेहाबाद के टोहाना पुलिस थाने के बाहर किसानों ने अपनी दो साथी की रिहाई की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में किसान अपने साथ गवाह के रूप में एक गाय को लेकर भी आए थे ।
चंडीगढ़: हरियाणा के फतेहाबाद जिले मे उस समय एक अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई जब कुछ किसान एक गाय के साथ पुलिस थाने में धरना देने पहुंचे। फतेहाबाद जिले के एक पुलिस थाने में रविवार को किसान अपने दो साथियों की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थे। इस विरोध में एक गाय भी लेकर भी प्रदर्शनकारी आए थे ।
एनडीटीवी की खबर के अनुसार, फतेहाबाद के टोहाना में एक विधायक के घर को घेरने के आरोप में दो किसानों को गिरफ्तार कर लिया गया था । इन लोगों की रिहाई की मांग को लेकर किसान थाने के बाहर धरना प्रदर्शन करने पहुंचे । साथ ही वे अपने साथ एक गाय भी लेकर आए और कहा कि यह हमारा 41 वां गवाह है, जिसने किसानों को गिरफ्तार होते देखा है।
किसानों को किया जा चुका है रिहा
दोनों किसानों को रविवार देर रात जमानत पर रिहा कर दिया गया । उनकी रिहाई के बाद संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेयू) ने हरियाणा में पुलिस थानों को घेरने की योजना को रद्द कर दिया है । हालांकि टोहाना में विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
किसानों ने कहा कि गाय को भोजन और पानी देने के लिए पुलिस अधिकारी जिम्मेदार होंगे । थाना परिसर में जानवर को एक छोटे से पोल से बांधा देखा गया, जिसके आगे पानी और घास रखी हुई थी ।
प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कहा कि मौजूदा सरकार खुद को गौ पूजा करने वाला या गो प्रेमियों की सरकार मानती है । हम पवित्र पशु को एक प्रतीक के रूप में लाए हैं । क्योंकि इसे पवित्र माना जाता है और इसकी उपस्थिति सरकार में कुछ अर्थ डालने में सहायक हो सकती है।
राकेश टिकैत भी प्रदर्शन में रहे मौजू
थाने में धरना का नेतृत्व प्रमुख किसान नेता राकेश टिकैत ने किया। विरोध प्रदर्शन जारी रखने का निर्णय किसान नेताओं और जिला प्रशासन के बीच रविवार को आम सहमति न बनने के बाद लिया गया । विकास सीसर और रवि आजाद दोनों किसान नेताओं को पिछले बुधवार को हरियाणा के बीजेपी के विधायक देवेंद्र सिंह बबली को घेरने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। हरियाणा में कई किसान समूह भाजपा-जजपा नेताओं के सार्वजनिक कार्यक्रमों का विरोध करते रहे हैं।
प्रदर्शनकारी किसानों ने पहले भी बबली के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की थी क्योंकि कृषि कानूनों के विरोध के दौरान उन पर किसानों को लेकर अपमानजनक टिप्पणी के आरोप लगे थे। हालांकि बाद में विधायक ने किसानों के खिलाफ 'अनुचित' शब्द बोलने के लिए खेद व्यक्त किया था। यह भी अहम है कि विधायक के घर को घेरने वाले किसानों के खिलाफ मामले में पुलिस खुद ही शिकायतकर्ता है।