हरियाणा: दुष्यंत चौटाला पर बढ़ रहा समर्थन वापसी का दबाव! तोड़ी चुप्पी, कहा- किसानों को MSP नहीं मिला तो पहले मैं इस्तीफा दूंगा
By विनीत कुमार | Published: December 11, 2020 08:15 AM2020-12-11T08:15:24+5:302020-12-11T08:28:48+5:30
किसान आंदोलन पर हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि जल्द ही किसानों के मुद्दों का समाधान हो जाएगा। उन्होंने कहा कि वे अगर किसानों की एमएसपी सुनिश्चित कराने में नाकाम रहे तो सबसे पहले वे ही इस्तीफा देंगे।
हरियाणा उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने जारी किसान आंदोलन पर गुरुवार को चुप्पी तोड़ी। उन्होंने कहा कि वे भी पहले एक किसान हैं। चौटाला ने कहा कि अगर वे ये सुनिश्चित कराने में वे नाकाम रहते हैं कि किसान को हर अनाज का एमएसपी मिले तो सबसे पहले वे इस्तीफा देंगे।
दुष्यंत चौटाला ने ये बात मुख्यंत्री मनोहर लाल खट्टर और उनके कैबिनेट साथियों के लिए चंडीगढ़ में आयोजित लंच कार्यक्रम की मेजबानी के बाद कही। वे मीडिया के सामने आए और कहा कि केंद्र सरकार किसानों की एमएसपी की मांग को सुनिश्चित करने के लिए लिखित में देने पर तैयार है। ऐसी भी खबरें हैं कि दुष्यंत के घर पर एक अनौपचारिक कैबिनेट मीटिंग हुई।
बता दें कि दुष्यंत चौटाला की चुप्पी को लेकर पिछले कुछ दिनों से कई तरह की अटकलें चल रही थीं। ऐसी भी रिपोर्ट्स आई थी कि दुष्यंत की पार्टी जेजेपी पर हरियाणा सरकार से समर्थन वापसी का दबाव बढ़ रह है। इस पूरे विषय को लेकर हाल में 8 दिसंबर को जेजेपी विधायकों की बैठक भी हुई थी।
बहरहाल, मौजूदा बयान के बाद ऐसी अटकलें हैं कि दुष्यंत फिलहाल कोई बड़ा कदम उठाने नहीं चाहते हैं। उन्होंने कहा, 'किसान यूनियन लगातार सरकार के साथ चर्चा कर रही हैं। मुझे लगता है कि आने वाले घंटों या दिनों में मुद्दे का हल खोज लिया जाएगा। मैंने पहले भी कहा है कि जब तक मैं सरकार में हूं, हम सुनिश्चित करेंगे कि किसान को हर अनाज का एमएसपी मिले।'
विपक्ष के हमले का भी दुष्यंत चौटाला ने दिया जवाब
किसान आंदोलन को लेकर विपक्ष की ओर से लगातार किए जा रहे हमले और कुर्सी परस्त बताने पर दुष्यंत ने कहा, 'मैंने पहले भी कहा है कि किसान फसलों के जो दाम मांग रहे हैं, उसे मैं सुनिश्चित करा सकता हूं। मैं यहीं बैठूंगा। जिस दिन मैं ऐसा करने में असमर्थ रहा, उस दिन इस्तीफा देने वाला मैं सबसे पहला व्यक्ति रहूंगा।'
दुष्यंत ने साथ ही कहा, 'अगर आज भी किसी को कई कंफ्यूजन है तो हमने 7.5 लाख मीट्रिक टन बाजरा खरीदा है। डिप्टी कमिश्नर्स ने बताया है कि अभी 55 हजार मीट्रिक टन बाजरा कई जिलों में किसानों के पास पड़ा है। उसे भी हमने खरीदने को हरी झंडी दे दी है।'
विपक्ष के लगातार हमलों पर चौटाला ने कहा, 'इसका मतलब तो उसको सबसे ज्यादा चिंता मेरी है। मैं कहता रहा हूं कि मैं किसानों की एमएसपी सुनिश्चित करा सकता हूं और इसलिए मैं यहां हूं। हमारी सरकार लगातार केंद्र को सुझाव भी दे रही है। हमें लगता है कि जल्द सभी गतिरोध खत्म होंगे।'