कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों एवं श्रमिक संघों ने तमिलनाडु में प्रदर्शन किया
By भाषा | Published: January 26, 2021 07:39 PM2021-01-26T19:39:52+5:302021-01-26T19:39:52+5:30
चेन्नई, 26 जनवरी तमिलनाडु में किसानों और श्रमिक संगठनों ने मंगलवार को केंद्र के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के समर्थन में प्रदर्शन किया।
प्रदेश के विभिन्न इलाकों में कई प्रदर्शनकारियों ने मोटरसाइकिल परेड निकाली । मोटरसाइिकल पर राष्ट्रीय झंडा और तख्तियां लगी थी जिस पर केंद्र के तीन कृषि कानूनों की निंदा की गयी थी । यद्यपि, पुलिस ने इसके लिये अनुमति नहीं दी थी ।
प्रदेश के तंजावुर, कोयंबटूर, तिरूचिरापल्ली एवं नगापट्टिनम समेत अन्य क्षेत्रों में यह रैली निकाली गयी ।
तंजावुर में कुछ समय के लिये स्थिति उस वक्त तनावपूर्ण हो गयी जब किसानों के एक समूह और पुलिसकर्मियों के बीच हाथापाई हो गयी । पुलिस ने किसानों के समूह को रैली निकालने से रोका था । तंजावुर-तिरूचिरापल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रदर्शन करने का प्रयास करने वाले 300 से अधिक लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
तिरूचिरापल्ली के पुलिस अधीक्षक (प्रभारी) सेंथिल कुमार ने बताया कि ‘‘अन्नदाताओं’’ के समर्थन में किसानों ने ट्रैक्टर परेड का आयोजन किया, लेकिन इस संबंध में कोई गिरफ्तारी नहीं हुयी है ।
विल्लुपुरम रेलवे स्टेशन पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने किसानों के समर्थन में रैली निकाली जबकि इसी तरह का विरोध प्रदर्शन यहां चेपक में देखने को मिला ।
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के प्रदेश संयोजक के बालाकृष्णन ने कहा, ‘‘हम प्रत्येक जिले से कम से कम एक ट्रैक्टर सुनिश्चित करना चाहते थे क्योंकि यह किसानों का प्रतीक है। ’’
कोयंबटूर में श्रमिक संगठनों एवं राजनीतिक दल के सदस्यों ने विभिन्न स्थानों पर विरोध रैली निकाली और किसानों के साथ एकजुटता दिखायी जो नये कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं ।
इंटक, एटक एवं सीटू समेत सात बड़े श्रमिक संगठनों ने शहर में मोटरसाइिकल रैली निकाली । ये लोग अपने हाथों तिरंगा और बैनर लिये हुये थे । बैनरों पर कृषि कानूनों को वापस लिये जाने संबंधी मांग की गयी थी । उनका आरोप था कि इन कानूनों से कृषि व्यवस्था कंपनियों के हाथों में चली जायेगी ।
अखिल भारतीय किसान सुरक्षा समन्वय समिति की ओर से एक अन्य रैली निकाली गयी । इस रैली की अगुवाई भाकपा से संबंधित तमिलनाडु किसान युनियन ने की ।
पुलिस ने बताया कि इन लोगों ने कृषि कानूनों के खिलाफ नारेबाजी की ।
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