किसान क़ानून को लेकर दिल्ली में धरने पर बैठे पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह, कहा-मैं हर कुर्बानी दूँगा
By शीलेष शर्मा | Published: November 4, 2020 05:19 PM2020-11-04T17:19:36+5:302020-11-04T17:20:52+5:30
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने आरोप लगाया कि पंजाब विधान द्वारा पारित क़ानूनों को प्रदेश के राज्यपाल वी पी सिंह स्वीकृति नहीं दे रहे हैं जिसके खिलाफ राष्ट्रपति रामनाथ कोविद से मिलने का समय माँगा लेकिन राष्ट्रपति ने समय नहीं दिया ,यही कारण है कि समूची पंजाब सरकार धरने पर बैठने को मज़बूर है।
नई दिल्लीः कृषि कानून को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दिल्ली में जंतर-मंतर पर बुधवार को धरना दिया। सीएम के साथ कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू भी थे। केंद्र सरकार पर हमला बोला।
किसानों को न्याय दिलाने के लिए मैं हर कुर्बानी दूँगा, यह बात आज पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने लोकमत से बातचीत में कही। उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब विधान द्वारा पारित क़ानूनों को प्रदेश के राज्यपाल वी पी सिंह स्वीकृति नहीं दे रहे हैं जिसके खिलाफ राष्ट्रपति रामनाथ कोविद से मिलने का समय माँगा लेकिन राष्ट्रपति ने समय नहीं दिया ,यही कारण है कि समूची पंजाब सरकार धरने पर बैठने को मज़बूर है।
This is not a 'morcha-bandhi'. We asked for time with the President to explain the situation in Punjab which he didn't give. So we thought we'd come and share our views on the matter. I haven't asked for time from the PM but I will in due course: Capt Amarinder Singh, Punjab CM https://t.co/au2DWF8s02
— ANI (@ANI) November 4, 2020
उल्लेखनीय है कि आज सुबह मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में समूची पंजाब सरकार और कांग्रेस के सांसद तथा विधायक राजघाट पहुंचे, जहाँ गाँधी की समाधि पर श्रद्धा सुमन चढ़ा कर धरने के लिये कूच किया। जंतर मंतर पर सभी नेताओं ने दिनभर का सांकेतिक धरना दिया, इनमें सांसद मनीष तिवारी, प्रणीत कौर, नवजोत सिद्दू सहित अनेक कांग्रेस नेता मौजूद थे।
सूत्र बताते हैं कि केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिये आज का सांकेतिक धरना समाप्त होते ही पंजाब के किसान दिल्ली की ओर कूच शुरू कर देंगे। इन किसानों को महज़ राज्य सरकार ही नहीं सभी राजनैतिक दलों का समर्थन प्राप्त है, जिसमें कांग्रेस के अलावा शिरोमणि अकाली दल ,आम आदमी पार्टी शामिल है। इस सूत्र ने बताया कि आंदोलनकारी किसान महिलाओं को साथ लेकर दिल्ली घेरने की योजना बना रहे हैं जिसकी किसान संगठन जल्दी ही औपचारिक घोषणा करेंगे।