ज्योतिरादित्य सिंधिया की रैली में किसान की हुई मौत, BJP नेता देते रहे भाषण, बाद में रखा 1 मिनट का मौन, देखें वीडियो
By अनुराग आनंद | Published: October 19, 2020 01:58 PM2020-10-19T13:58:53+5:302020-10-20T15:51:30+5:30
खांडवा में भाजपा की रैली में किसान की मौत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो को साझा कर कांग्रेस ने बीजेपी पर हमला किया है।
नई दिल्ली:मध्य प्रदेश में इन दिनों उपचुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी तेज है। कांग्रेस व बीजेपी के बीच अधिकांश सीटों पर आमने-सामने का मुकाबला है। इस बीच खबर है कि राज्य के खांडवा में रविवार को बीजेपी की एक रैली के दौरान 70 वर्षीय किसान की मौत हो गई।
किसान की मौत के बाद भी मंच से भारतीय जनता पार्टी के नेता भाषण देते रहे। इसके बाद ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया ने मंच से ही मृत किसान के लिए 1 मिनट का मौन रखकर शोक व्यक्त किया।
इंडिया टुडे की मानें तो पुलिस ने इस घटना की जानकारी देते हुए बताया कि कुर्सी पर बैठे ही बैठे किसान की हालत बिगड़ी तो वह कुर्सी पर गिर पड़े। शुरुआती जांच में पता चला है कि उनकी मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है।
बीजेपी के कार्यक्रम में किसान की मौत,
— MP Congress (@INCMP) October 18, 2020
—बीजेपी की भाषणबाज़ी फिर भी जारी रही;
आज बीजेपी के कार्यक्रम में एक किसान की मौत हो गई लेकिन बीजेपी के बेशर्म नेताओं ने कार्यक्रम नहीं रोका। किसान की लाश पड़ी रही और बेशर्म भाजपाई ताली बचाते रहे।
शिवराज जी,
जनता से न सही, भगवान से तो डरो..! pic.twitter.com/GuFo2n0nqQ
इस घटना पर कांग्रेस ने बीजेपी पर हमला किया है। कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा कि बीजेपी के कार्यक्रम में किसान की मौत हो गई है, लेकिन बीजेपी की भाषणबाजी फिर भी जारी रही।
इसके साथ ही कांग्रेस ने कहा कि आज बीजेपी के कार्यक्रम में एक किसान की मौत हो गई लेकिन बीजेपी के बेशर्म नेताओं ने कार्यक्रम नहीं रोका। किसान की लाश पड़ी रही और बेशर्म भाजपाई ताली बचाते रहे। शिवराज जी, जनता से न सही, भगवान से तो डरो..!
HORRID. An old farmer at @JM_Scindia's rally died of cardiac arrest. But instead of rushing him to the hospital & making last attempts, he continued with his rally.
— Gaurav Pandhi (@GauravPandhi) October 18, 2020
Scindia ji, this heartlessness is new or were you pretending to be kind all these yrs?
pic.twitter.com/ZFmOXqkya6
इस मामले में भाजपा नेता सिंधिया ने कहा कि मुझे सभा स्थल पर पहुंचने के बाद जब इस दुखद घटना की जानकारी मिली तो मैंने सबसे पहले वहां हमारे अन्नदाता के लिए मौन रखवा कर श्रद्धांजलि अर्पित की। मेरे लिए राजनीति जन सेवा का माध्यम है और इसका सर्टिफिकेट मुझे कांग्रेस से नहीं चाहिए।
मुझे सभा स्थल पर पहुंचने के बाद जब इस दुखद घटना की जानकारी मिली तो मैंने सबसे पहले वहां हमारे अन्नदाता के लिए मौन रखवा कर श्रद्धांजलि अर्पित की। मेरे लिए राजनीति जन सेवा का माध्यम है और इसका सर्टिफिकेट मुझे कांग्रेस से नहीं चाहिए।
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) October 18, 2020
बता दें कि जैसे ही चुनाव आयोग ने मध्य प्रदेश की सभी 28 सीटों पर उप चुनाव की तारीख का ऐलान किया, इसके बाद से ही राज्य में सियासी सरगर्मी तेज हो गई। मध्य प्रदेश की इन सीटों पर 3 नवंबर को वोटिंग होगी और 10 नवंबर को नतीजे आएंगे।
चुनाव की तारीख के साथ ही राजनीतिक गलियारों में तैयारियां जोर पकड़ ली हैं। मध्यप्रदेश का यह उपचुनाव सबसे खास है क्योंकि पिछले 16 बरसों में महज 30 सीटों पर उपचुनाव हुए थे, लेकिन इस बार एक साथ 28 सीटों पर उपचुनाव होंगे।
यह उपचुनाव आगे के सरकार और प्रदेश के बड़े नेताओं के भविष्य तय करेंगे। दोनों ही पार्टी एड़ी-चोटी का जोर इस चुनाव में लगाना चाहती हैं। बीजेपी जहां ज्योतिरादित्य सिंधिया के चेहरे पर चुनाव लड़ने जा रही है तो वहीं कांग्रेस के सामने यह चुनौती है कि वह किन मुद्दों पर भाजपा व ज्योतिरादित्य सिंधिया को टक्कर दे पाएगी।