पुलिस हिरासत में किसान की मौत: पिलखुवा कोतवाल, दारोगा व पुलिसकर्मी लाइन हाजिर, पीएसी तैनात
By भाषा | Published: October 14, 2019 08:39 PM2019-10-14T20:39:10+5:302019-10-14T20:39:10+5:30
घटना को लेकर ग्रामीणों में व्याप्त आक्रोश को देखते हुए पिलखुवा कोतवाली व मृतक के गांव में पीएसी बल के साथ भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। जानकारी के अनुसार, 30 अगस्त को लाखन गांव में एक महिला की लाश जली अवस्था में मिली थी। इस सिलसिले में पुलिस ने गांव के ही प्रदीप तोमर (30) को बीती रात हिरासत में लिया।
हापुड़ जनपद के थाना पिलखुवा में बीती रात पुलिस हिरासत में एक किसान की मौत के बाद कोतवाल सहित तीन पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया।
घटना को लेकर ग्रामीणों में व्याप्त आक्रोश को देखते हुए पिलखुवा कोतवाली व मृतक के गांव में पीएसी बल के साथ भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। जानकारी के अनुसार, 30 अगस्त को लाखन गांव में एक महिला की लाश जली अवस्था में मिली थी। इस सिलसिले में पुलिस ने गांव के ही प्रदीप तोमर (30) को बीती रात हिरासत में लिया।
किसान प्रदीप के परिजनों का आरोप है कि पूछताछ के दौरान पुलिस ने प्रदीप की बेरहमी से पिटाई की, जिससे उसकी हालत बिगड़ गयी। हालत बिगड़ते ही पुलिस उसे स्थानीय अस्पताल में ले गयी, जहां से उसकी हालत चिन्ताजनक देख चिकित्सकों ने उसे मेरठ मेडिकल के लिए रेफर कर दिया। देर रात उपचार के दौरान उसकी मौत हो गयी।
पुलिस अधीक्षक यशवीर सिंह ने बताया कि घटना के संबंध में मृतक प्रदीप तोमर को कोतवाली लाया गया था। पूछताछ के दौरान उसकी हालत खराब हो गयी, जिसे उपचार के लिए मेरठ मेडिकल लाया गया। उपचार के दौरान उसकी मौत हो गयी। उन्होंने कहा कि इस मामले में पिलखुवा कोतवाल, दारोगा व पुलिसकर्मी को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जायेगी। घटना की सूचना मिलने पर काफी संख्या में ग्रामीण मेरठ मेडिकल पहुंच गये और उन्होंने पुलिस क्षेत्राधिकारी और कोतवाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग की। मृतक के पिता राजकुमार सिंह ने कमिश्नर अनीता सी मेश्राम को आवेदन देकर पिलखुवा सीओ संतोष कुमार मिश्रा, कोतवाल और चौकी इंचार्ज के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने के साथ-साथ थाने में तैनात सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।