शिवराज सरकार में हुआ 2 हजार करोड़ से ज्यादा का फर्जी लोन घोटाला, मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा हम किसी को छोड़ेंगे नहीं
By राजेंद्र पाराशर | Published: January 30, 2019 07:51 PM2019-01-30T19:51:25+5:302019-01-30T19:51:25+5:30
मुख्यमंत्री ने यह आरोप बुधवार को मीडिया से चर्चा करते हुए लगाए. उन्होंने कहा कि कुछ किसान मुझसे आकर मिले थे. उनमें से किसी भी किसान ने कर्ज नहीं लिया था, लेकिन उनके नाम कर्ज लेने वाले किसानों की लिस्ट में थे.
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज बड़ा आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती शिवराज सरकार के कार्यकाल में 2 हजार करोड़ का फर्जी ऋण घोटाला हुआ है. हम किसी को छोड़ेंगे नहीं. दोषियों पर एफआईआर दर्ज होगी.
मुख्यमंत्री ने यह आरोप बुधवार को मीडिया से चर्चा करते हुए लगाए. उन्होंने कहा कि कुछ किसान मुझसे आकर मिले थे. उनमें से किसी भी किसान ने कर्ज नहीं लिया था, लेकिन उनके नाम कर्ज लेने वाले किसानों की लिस्ट में थे. इतना ही नहीं कई ऐसे किसानों के नाम लिस्ट में थे, जिनकी कर्ज माफी कर दी गई, लेकिन उनके नाम पर कर्ज ही नहीं था.
यह घोटाला दो हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का हो सकता है. हम लोग इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे. उन्होंने बताया कि आज भी उनसे 3-4 जिलों के किसानों ने आकर मुलाकात की. कोई बता रहा था कि हमने कर्ज नहीं लिया फिर भी हमारा नाम कर्ज लेने वाले किसानों की सूची में है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल का बड़ा घोटाला सामने आ रहा है. यह घोटाला 2 हजार से 3 हजार करोड़ तक का हो सकता है. उन्होंने कहा कि दोषी बैंक प्रबंधकों के खिलाफ एफआईआर कराने के निर्देश हमने दिए हैं. कुछ पर एफआईआर दर्ज भी हो गई है.
गौरक्षक करने वाले एक भी गौशाला नहीं खोल पाए
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि मुझे बड़ा दुख है कि पिछले 15 सालों में जो खुद को गौरक्षक कहते थे, वे एक भी गौशाला का निर्माण नहीं कर पाए. हमने कल ही फैसला लिया कि हम अपने वचन पत्र के वादे के मुताबिक गौशालाओं का निर्माण कराएंगे. हम लक्ष्य तय करेंगे कि कितनी गौशाला कितने समय में हम निर्माण कर देंगे. हम इसकी हर माह समीक्षा भी करेंगे.
गोल्फ कोर्स की नहीं हमारी सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार गोल्फ कोर्स की सरकार नहीं है. इसलिए हमने गोल्फ कोर्स निरस्त करने का फैसला लिया है. उल्लेखनीय है कि राजधानी भोपाल के कलियासोत के निकट बुलमदर फार्म जो 650 एकड़ में है, उसकी 225 एकड़ जमीन पर फार्म बना है. शेष 400 एकड़ जमीन गायों के चारागाह के रुप में है. इस 400 एकड़ जमीन में से पूर्ववर्ती शिवराज सरकार ने 100 एकड़ जमीन को गोल्फ कोर्स के लिए आरक्षित कर दिया था. इस जमीन को आज मुख्यमंत्री कमलनाथ ने निरस्त कर दी है.
चुनाव आते ही आती है राम मंदिर की याद
राम मंदिर को लेकर किए सवाल पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि जब चुनाव आते हैं तभी मोदीजी को राम मंदिर की याद आती है. साढ़े 4 साल में मोदी सरकार को कभी राम मंदिर की याद नहीं आई. उन्होंने यह भी बताया कि युवा स्वाभिमान स्वरोजगार योजना को जल्द कैबिनेट में पेश किया जाएगा.