मनीष सिसोदिया ने कहा- जब अपने देश में लोग मर रहे हैं, तब केंद्र सरकार ने इमेज चमकाने के लिए वैक्सीन एक्सपोर्ट कर दी
By भाषा | Published: May 9, 2021 05:26 PM2021-05-09T17:26:23+5:302021-05-09T18:01:42+5:30
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर में बड़ी संख्या में युवाओं की जान चली गई।
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने टीके निर्यात करने को लेकर रविवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर अपने देश में लोगों को पहले टीके लगाए जाते तो बड़ी संख्या में जीवन बचाए जा सकते थे।सिसोदिया ने ऑनलाइन प्रेसवार्ता में आरोप लगाया, '' जब हमारे अपने देश में लोग मर रहे थे, उस समय केंद्र ने केवल अपनी छवि प्रबंधन के लिए अन्य देशों को टीके की बिक्री की, जोकि केंद्र सरकार द्वारा किया गया जघन्य अपराध है।''
एक अखबार की रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र ने 93 देशों को कोरोना वायरस टीके की बिक्री की, जिनमें से 60 फीसदी में संक्रमण नियंत्रण में था और वहां वायरस के चलते लोगों को जान का खतरा नहीं था। लेकिन कोरोना की दूसरी लहर में कई लोगों की जान चली गई।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर टीके का निर्यात करने के बजाय इन लोगों को टीका लगाया गया होता तो उनकी जान बचाई जा सकती थी। सिसोदिया ने कहा कि केंद्र को अब यह सुनिश्चित करना चाहिए कि देश में निर्मित टीके इसकी कमी का सामना कर रहे राज्यों को उपलब्ध कराए जाएं।
वहीं आप विधायक आतिशी ने कहा कि दिल्ली को 18-44 आयु वर्ग के लिए कोविड-19 टीके की अभी तक 5.5 लाख खुराक, 45 वर्ष से अधिक आयु तथा स्वास्थ्य एवं अग्रिम मोर्चे के कर्मियों के लिए 43 लाख से अधिक खुराक मिली है। दिल्ली के पास अब 45 वर्ष से अधिक आयु तथा स्वास्थ्यकर्मियों एवं अग्रिम मोर्चे के कर्मियों के लिए 4.65 लाख खुराक और 18-44 आयुवर्ग के लिए 2.74 लाख खुराक है।