उज्जैन की क्षिप्रा नदी में धमाके के बाद उठी आग की लपटें, दशहत, अमावस्या स्नान पर लगी रोक
By बृजेश परमार | Published: March 8, 2021 09:18 AM2021-03-08T09:18:03+5:302021-03-08T09:23:39+5:30
क्षिप्रा नदी में पिछले कुछ दिन से लगातार हो रही विस्फोट की घटनाओं को लेकर लोग दशहत में है। इसकी जांच शुरू कर दी गई है। माना जा रहा है कि ऐसा भूगर्भीय हलचल के कारण हो सकता है।
उज्जैन: क्षिप्रा नदी में शनि मंदिर के सामने वाले हिस्से में त्रिवेणी बैराज के पास पानी में भूगर्भीय विस्फोट को लेकर लोग दहशत में हैं। धमाके के बाद नदी से आग की लपटें निकलने लगी। धमाके की वजह भूगर्भीय हलचल को बताया जा रहा है।
यह भी संभावना जताई जा रही है कि कोई केमिकल या गैस शायद नदी के भीतर डिपॉजिट हो गए हों, जिससे ऐसा विस्फोट हो रहा है।
इस बीच विक्रम विश्वविद्यालय के जियोलाजिकल विभाग के प्रोफेसरों ने अधिकारियों के साथ स्थल अवलोकन किया है। जिला प्रशासन ने जियोलाजिकल सर्वे आफ इंडिया एवं ओएनजीसी को इस संबंध में पत्र भेजकर घटना से अवगत करवाया है।
इंदौर रोड पर मोतीनगर के पास त्रिवेणी श्मशान और घाट के पास क्षिप्रा नदी में विस्फोट,आग और धुंआ निकलने की घटना पिछले एक सप्ताह के दरमियान 4-5 बार दर्ज की गई है।
इसकी पहली सूचना चौकीदार एवं ग्रामीणों ने त्रिवेणी बैराज पीएचई के उपयंत्री संतोष दायमा को दी थी। शुक्रवार को दायमा अपने कर्मचारियों के साथ स्वंय दोपहर के समय वहां उपस्थित थे। इसी दौरान उनके सामने एक के बाद एक कर नदी में 3 से 4 विस्फोट हुए, आग निकली और सभी ने इसे देखा।
अमावस्या स्नाना पर लगाई गई रोक
क्षिप्रा नदी में हो रही इस घटना के मद्देनजर अधिकारियों कर्मचारियों के साथ कलेक्टर आशीष सिंह ने भी स्थल का अवलोकन करते हुए मोतीनगर क्षेत्र के त्रिवेणी घाट पर 13 मार्च को शनिश्चरीय अमावस्या स्नान के लिए प्रतिबंधित किया है।
अमावस्या का स्नान शनि घाट पर ही किया जाएगा। साथ ही यहां पुलिस भी लगाई गई है ताकि इस क्षेत्र में दूसरे लोग प्रवेश नहीं कर सकें। कलेक्टर आशीष सिंह के अनुसार पिछले 3-4 दिनों में कई बार नदी में विस्फोट की घटना की सूचना ग्रामीणों ने दी थी।
इसका वीडियो भी ग्रामीणों एवं पीएचई के कर्मचारियों ने बनाया है। जानकारी मिलने पर स्थानीय जियोलॉजिकल के जानकार लोगों को वहां ले जाया गया था। आशंका जताई गई है कि यह भूगर्भीय हलचल हो सकती है।