एग्जिट पोल 2022: हिमाचल में कांग्रेस को 30 से 40 सीटें मिलने का अनुमान, जानिए बीजेपी-आप का हाल
By रुस्तम राणा | Published: December 5, 2022 07:12 PM2022-12-05T19:12:02+5:302022-12-05T19:28:17+5:30
हिमाचल में बीजेपी को 42 फीसदी वोटिंग के साथ 24 से 34 सीटें आने का अनुमान है। वहीं सर्वे में कांग्रेस पार्टी को 44 फीसदी वोटिंग प्रतिशत के साथ 30 से 40 सीटें मिलने का अनुमान है।
नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश में हर पांचवें वर्ष सरकार बदलने की परंपरा रही है। इंडिया टुडे ग्रुप- एक्सिस माय इंडिया के सर्वे में इस बार भी हिमाचल की जनता ने सत्ता परिवर्तन की परंपरा को जारी रखने का प्रयास किया है। एग्जिट पोल के सर्वे बताते हैं कि हिमाचल में बीजेपी को 42 फीसदी वोटिंग के साथ 24 से 34 सीटें आने का अनुमान है।
वहीं सर्वे में कांग्रेस पार्टी को 44 फीसदी वोटिंग प्रतिशत के साथ 30 से 40 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं आम आदमी पार्टी को यहां निराशा मिलती दिखाई दे रही है। सर्वे में पार्टी खाता भी नहीं खोल पा रही है। जबकि अन्य को 4 से 8 सीटें मिलने का अनुमान है। 68 विधानसभा सीटों वाले हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को एक चरण के तहत मतदान हुआ।
सीएम जयराम ठाकुर ने एग्जिट पोल के नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कई एग्जिट पोल में बीजेपी की सरकार बनती दिख रही है तो कुछ सीटों पर कांटे की टक्कर दिख रही है। हमें 8 दिसंबर तक इंतजार करना चाहिए। हमारे विश्लेषण के मुताबिक बीजेपी के आराम से सरकार बनाने की पूरी संभावना है।
#HimachalPradesh | Shimla: Many of the exit polls are showing BJP forming govt while some show a neck-to-neck fight on a few seats. We should wait till Dec 8. According to our analysis there's complete possibility of BJP comfortably forming the govt: CM Jairam Thakur#ExitPollspic.twitter.com/zlqITrzxRw
— ANI (@ANI) December 5, 2022
आपको बता दें कि हिमाचल प्रदेश ने विधानसभा चुनाव में रिकॉर्ड 75.6 प्रतिशत मतदान दर्ज किया था। राज्य में एक चरण में मतदान संपन्न हुआ था। 2017 के विधानसभा चुनावों में दर्ज अंतिम मतदान 75.57 प्रतिशत था। जहां कुल महिला मतदाताओं में से 76.8 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
वहीं पुरुषों में यह 72.4 प्रतिशत था। तीसरे लिंग का मतदान प्रतिशत 68.4 प्रतिशत था। मतदाताओं में कुल पुरुष 27.88 लाख और महिलाएं 27.36 लाख थीं। तीसरे लिंग के मतदाता जिन्होंने अपना पंजीकरण कराया था, उनकी संख्या 38 थी।