Exclusive: परीक्षाओं को रिशेड्यूल करने को लेकर HRD मिनिस्टर रमेश पोखरियाल निशंक ने छात्रों से कही ये बात
By एसके गुप्ता | Published: May 27, 2020 06:13 PM2020-05-27T18:13:39+5:302020-05-27T18:19:02+5:30
कोरोना काल में स्कूली और कॉलेज छात्र घरों में बंद है। हर किसी को इस बात का इंतजार है कि आखिर स्कूल कॉलेज कब खुलेंगे? शिक्षण संस्थान खुलेंगे तो नए नियम क्या होंगे और केंद्र सरकार देश के स्कूल-कॉलेजों को खोलने के लिए क्या काम कर रही है? इन सभी पहलुओं पर केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक से लोकमत के वरिष्ठ संवाददाता एसके गुप्ता ने खुलकर बात की।
नई दिल्ली: केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि रुकी हुई परीक्षा की तारीखें घोषित की जा चुकी हैं, जिससे छात्रों एवं अभिभावकों की परीक्षा संबंधित शंका को दूर कर दिया गया है। उन्होंने कहा, 'सीबीएसई की परीक्षाएं 1 से 15 जुलाई के बीच होंगी, जेईई (मेन) की परीक्षाएं 18-23 जुलाई के बीच होंगी, नीट की परीक्षा 26 जुलाई को होंगी और जेईई (एडवांस) की परीक्षा 23 अगस्त को होगी। जहां तक बात स्कूल, कॉलेजों को खोलने की बात है तो इस बारे में मैं सिर्फ यही कहना चाहूंगा की स्कूलों के खुलने के बारे में अटकलें लगाने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि हमारी पहली प्राथमिकता अपने छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इस संबंध में, मैं राज्य के शिक्षा मंत्रियों, शिक्षा सचिवों, सीबीएसई और अन्य शिक्षा बोर्डों के साथ लगातार संपर्क में हूं।'
एचआरडी मिनिस्टर ने कहा, 'छात्रों की पढ़ाई अनवरत जारी रहे यह सुनिश्चित करने के लिए हमने ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से सभी छात्रों को शैक्षिक संसाधन उपलब्ध करवाए हैं, पाठ भी टीवी पर प्रसारित किए जा रहे हैं। इसके अलावा एनसीईआरटी ने प्राथमिक और उच्च प्राथमिक कक्षाओं दोनों के लिए वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर जारी किया है जो डिजिटल और गैर-डिजिटल दोनों माध्यमों से सीखना संभव बनाता है। कक्षा नवीं से बारहवीं तक का वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर जल्द ही जारी किया जाएगा।'
उन्होंने आगे कहा, 'हम ये सुनिश्चित करेंगे कि परीक्षा प्रक्रिया में कोई समस्या ना आये और परीक्षाओं का विधिवत संचालन करवाते समय 'सोशल डिस्टेंसिंग' के नियमों का पालन सख्ती से किया जाए। बोर्ड परीक्षाओं की तारीखों की घोषणा कर दी गई है और उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन भी शुरु हो चुका है। बहुत जल्द पूरे हम एजुकेशन सेक्टर के लिए एक समग्र समाधान लेकर आएंगे।'
उन्होंने आगे कहा कि मंत्रालय ने छात्रों एवं अध्यापकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्कूल और कॉलेज खुलने पर उन्हें 'सोशल डिस्टेंसिंग’ के दिशानिर्देश पालन करने को कहा है, जिससे सभी की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. स्कूलों के लिए सोशल डिस्टैन्सिंग के दिशानिर्देश एनसीईआरटी तैयार कर रही है वहीं कॉलेजों के लिए ये नियम यूजीसी बना रहा है।