एक्सक्लूसिव: अमित शाह के मास्टरस्ट्रोक से गांगुली बने BCCI अध्यक्ष, बेटे जय शाह को दिलाया सचिव पद
By हरीश गुप्ता | Published: October 15, 2019 07:55 AM2019-10-15T07:55:10+5:302019-10-15T13:41:35+5:30
सूत्रों के मुताबिक गांगुली बोर्ड अध्यक्ष कार्यकाल समाप्त होने के बाद 2021 में पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनावों में भाजपा के प्रचार के लिए उपलब्ध रह सकेंगे.
पूरी दुनिया में बेहतरीन कवर ड्राइव के लिए मशहूर 'दादा' सौरव गांगुली, सोमवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के मास्टर स्ट्रोक के चलते भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष बन गए. साथ ही शाह ने बेटे जय को बीसीसीआई अध्यक्ष बनाने की कोशिशों की अफवाह पर भी विराम लगाते हुए उन्हें सचिव पद दिला दिया.
शनिवार रात शाह के आवास के बंद दरवाजों के पीछे एक-एक करके देश के तमाम क्रिकेट एसोसिएशनों के महत्वपूर्ण लोगों के साथ चर्चाओं के दौर चले. शाह ने अपने बेटे को अध्यक्ष बनाने के सुझाव को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि वह किसी पेशेवर क्रिकेटर को ही इस भूमिका में देखना चाहते हैं.
इस दौरान तमिलनाडु क्रिकेट में अहम भूमिका निभाने वाले इंडिया सीमेंट्स के एन.श्रीनिवासन के अलावा केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर और कई क्रिकेट एसोसिएशनों के अध्यक्ष मौजूद रहे. कई नाम रहे चर्चा में सौरव गांगुली के अलावा पूर्व क्रिकेटर ब्रजेश पटेल, डीडीसीए अध्यक्ष रजत शर्मा, गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन (जीसीए) के जय शाह बैठक में मौजूद थे. सभी चाहते थे कि शाह इस मामले में दिलचस्पी लें ताकि सर्वसम्मति बन सके.
बीसीसीआई के चुनाव लंबे अरसे के बाद होने जा रहे हैं. सौरव गांगुली के 23 अक्तूबर को बोर्ड अध्यक्ष का पदभार संभालते ही कमेटी ऑफ एडमिनिस्ट्रेटर (सीओए) का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा. ताजा फैसलों से साफ हो गया कि बोर्ड में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के वर्चस्व के दिन अब खत्म हो चुके हैं.
ठाकुर का साथ मिला
गांगुली के चयन में अनुराग ठाकुर के समर्थन की महत्वपूर्ण भूमिका बताई जा रही है. सूत्रों के मुताबिक गांगुली बोर्ड अध्यक्ष कार्यकाल समाप्त होने के बाद 2021 में पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनावों में भाजपा के प्रचार के लिए उपलब्ध रह सकेंगे. नये नियमों के तहत केवल एक साल तक ही अध्यक्ष रह सकेंगे. नये नियमों के तहत नौ साल तक बोर्ड में किसी प्रशासनिक पद पर रहने के बाद किसी व्यक्ति को दोबारा बोर्ड में जिम्मेदारी हासिल करने से पहले तीन साल आराम करना होगा. फार्मूले के तहत सौरव का कार्यकाल सितंबर 2020 में समाप्त होने के बाद ब्रजेश पटेल बीसीसीआई अध्यक्ष बन सकते हैं.