महाराष्ट्र-हरियाणा में इसबार 21 अक्टूबर को होंगे चुनाव, क्या 2014 की प्रचंड जीत बरकरार रख पाएगी बीजेपी?
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 21, 2019 01:49 PM2019-09-21T13:49:45+5:302019-09-21T13:49:45+5:30
महाराष्ट्र और हरियाणा के 2014 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने प्रचंड जीत दर्ज की थी। देश में लोकसभा चुनाव के बाद हुए हरियाणा चुनाव में जनता पर मोदी मैजिक चला था। इसी प्रकार महाराष्ट्र में 2014 का चुनाव बीजेपी-शिवसेना ने अलग होकर लड़ा था। चुनावों से ठीक पहले बीजेपी-शिवसेना का 25 साल पुराना रिश्ता टूट गया था।
चुनाव आयोग ने शनिवार को घोषणा की है कि महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनाव 21 अक्टूबर को होंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि दोनों राज्यों में मतों की गिनती 24 अक्टूबर को होगी। महाराष्ट्र में 288 सदस्यों वाली विधानसभा का कार्यकाल नौ नवंबर को खत्म हो रहा है, जबकि 90 सदस्यों वाली हरियाणा विधानसभा का कार्यकाल दो नवंबर को खत्म होगा।
महाराष्ट्र और हरियाणा के 2014 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने प्रचंड जीत दर्ज की थी। देश में लोकसभा चुनाव के बाद हुए हरियाणा चुनाव में जनता पर मोदी मैजिक चला था। इसी प्रकार महाराष्ट्र में 2014 का चुनाव बीजेपी-शिवसेना ने अलग होकर लड़ा था। चुनावों से ठीक पहले बीजेपी-शिवसेना का 25 साल पुराना रिश्ता टूट गया था।
2014 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव
2014 में महाराष्ट्र विधानसभा की 288 विधानसभा सीटों के लिए 15 अक्टूबर को वोटिंग हुई थी। नतीजे 19 अक्टूबर को आए। इसमें भारतीय जनता पार्टी 123 सीटें हासिल कर सबसे बड़े दल के रूप में उभरी थी। सत्तारूढ़ कांग्रेस यहां तीसरे स्थान पर खिसक गई, जबकि शिवसेना यहां दूसरे स्थान पर रही थी। चुनाव के बाद महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना की गठबंधन सरकार बनी और देवेंद्र फड़णवीस मुख्यमंत्री बनाए गए।
2014 के हरियाणा विधानसभा चुनाव
2014 के हरियाणा विधानसभा चुनाव 15 अक्टूबर को हुए थे और नतीजे 19 अक्टूबर घोषित किए गए। 47 सीटें प्राप्त करके भाजपा स्पष्ट बहुमत के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी। कुल 90 विधान सभा सीटों के लिए मतदान 15 अक्टूबर 2014 को कराया गया था। इन चुनावों में हरियाणा में प्रथम बार 76.54 प्रतिशत के अपने उच्चतम स्तर पर मतदान दर्ज किया गया।
महाराष्ट्र में सीट शेयरिंग पर फंसा पेंच
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा और शिवसेना के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर फंसे पेंच को सुलझाने के लिए जल्द ही दोनों दलों के शीर्ष नेतृत्व के बीच बातचीत हो सकती है। शिवसेना महाराष्ट्र में आसन्न विधानसभा चुनाव में उतनी ही सीट पर लड़ना चाहती है जितनी पर भाजपा अपने प्रत्याशी उतारेगी। वहीं, भाजपा शिवसेना को बराबर संख्या में सीट नहीं देना चाहती है।