चुनाव आयोग ने राष्ट्रीय दल के दर्जे को लेकर भाकपा, तृणमूल कांग्रेस और राकांपा को सुनवाई के लिए बुलाया
By भाषा | Published: August 30, 2019 06:07 AM2019-08-30T06:07:27+5:302019-08-30T06:07:27+5:30
राकांपा, तृणमूल कांग्रेस और भाकपा को स्थापित नियमों के अनुसार तीनों दलों को नौ सितंबर को चुनाव आयोग के सामने निजी रूप से अपना पक्ष पेश करने का मौका दिया गया है।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), तृणमूल कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) को चुनाव आयोग ने व्यक्तिगत सुनवाई के लिए अगले महीने बुलाया है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। आयोग ने उन्हें पहले नोटिस जारी कर पूछा था कि लोकसभा चुनाव में उनके प्रदर्शन के बाद उनका राष्ट्रीय दल का दर्जा क्यों न वापस ले लिया जाए।
आयोग के इस नोटिस के बाद राकांपा, तृणमूल कांग्रेस और भाकपा के सामने राष्ट्रीय दल का दर्जा खो जाने की आशंका पैदा हो गयी है। सूत्रों ने बताया कि स्थापित नियमों के अनुसार तीनों दलों को नौ सितंबर को चुनाव आयोग के सामने निजी रूप से अपना पक्ष पेश करने का मौका दिया गया है।
इस महीने के प्रारंभ में तीनों ने नोटिस का जवाब दिया था और राष्ट्रीय पार्टी के अपने दर्जे का बचाव किया था। समझा जाता है कि भाकपा ने कहा कि कांग्रेस के बाद देश में वह सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी है जो लोकसभा में मुख्य विपक्षी दल रहा था।
भले ही उसने हाल के लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया हो लेकिन वह कई राज्यों में सत्ता में रही है और संविधान को मजबूत करने में अहम भूमिका निभायी है। समझा जाता है कि तृणमूल ने कहा है कि उसे 2014 में राष्ट्रीय दल का दर्जा दिया गया और कम से कम 2024 तक यह दर्जा जारी रहना चाहिए।