विधानसभा भंग होने के एक दिन बाद आज तेलंगाना चुनाव पर निर्वाचन आयोग कर सकता है चर्चा
By भाषा | Published: September 7, 2018 05:19 AM2018-09-07T05:19:07+5:302018-09-07T05:19:07+5:30
आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि निर्वाचन आयोग हर मंगलवार और शुक्रवार को कई मुद्दों पर चर्चा करने के लिये बैठक करता है और अगली बैठक में इस दक्षिणी राज्य में चुनाव आयोजित करने का मुद्दा उठ सकता है।
नई दिल्ली, 07 सितंबरः तेलंगाना में चुनाव कराने के मुद्दे पर निर्वाचन आयोग के शुक्रवार को चर्चा करने की संभावना है। दरअसल, राज्य के मंत्रिमंडल ने विधानसभा भंग करने की सिफारिश की है। आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि निर्वाचन आयोग हर मंगलवार और शुक्रवार को कई मुद्दों पर चर्चा करने के लिये बैठक करता है और अगली बैठक में इस दक्षिणी राज्य में चुनाव आयोजित करने का मुद्दा उठ सकता है।
अधिकारी ने बताया, ‘‘अंतिम निर्णय से पहले त्योहार, परीक्षाएं और मौसम की स्थिति जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी।’’ गौरतलब है कि तेलंगाना विधानसभा का कार्यकाल जून 2019 तक था।
गुरुवार को तेलंगाना राष्ट्र समिति के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने हफ्तों पुराने कयासों पर विराम लगाते हुए विधानसभा भंग कर दी है। कैबिनेट बैठक के बाद केसीआर राजभवन पहुंचे जहां राज्यपाल नरसिम्हन राव ने प्रस्वात स्वीकार कर लिया है।
राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक टीआरएस का मानना है कि अगर लोकसभा और विधानसभा चुनाव साथ होते हैं तो बीजेपी की एंटी एंकम्बेंसी का फायदा कांग्रेस को मिल सकता है। इसके अलावा टीआरएस के विकास कार्य भी केंद्र के ताबड़तोड़ प्रचार में दब सकते हैं।
तेलंगाना विधानसभा में 119 सदस्य जनता द्वारा चुनकर आते हैं जबकि 1 सदस्य को मनोनीत किया जाता है। 2014 चुनाव में 119 में से 90 सीटें टीआरएस के खाते में आई थी जबकि कांग्रेस को 13, आईएमआईएम को सात और बीजेपी को पांच सीटों पर जीत मिली थी। विधानसभा भंग होने की स्थिति में फिलहाल किसी अन्य के सरकार बनाने की कोई संभावना नहीं है।