सोनिया गांधी से प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ पूरी तरह से उत्पीड़न है- राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे
By शिवेंद्र राय | Published: July 27, 2022 11:52 AM2022-07-27T11:52:38+5:302022-07-27T11:54:09+5:30
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सरकार जवाबदेही से बचना चाहती है। उन्होंने कहा कि महंगाई के मुद्दे पर निर्मला सीतारमण की गैरमौजूदगी में कोई दूसरे नेता भी जवाब दे सकते है। एक इंटरव्यू के दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ पूरी तरह से उत्पीड़न है।
नई दिल्ली: संसद का मानसून सत्र चल रहा है, सरकार और विपक्ष के बीच जमकर तनातनी चल रही है। संसद की कार्यवाही बाधित करने के आरोप में मंगलवार को राज्यसभा से 19 विपक्षी सांसदों को एक सप्ताह के लिए निलंबित कर दिया गया। इन 19 सांसदों में तृणमूल कांग्रेस के 7, डीएमके के 6, तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के 3, सीपीएम के 2 और सीपीआई के एक सांसद शामिल हैं। अब राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस मुद्दे पर अपनी राय रखी है और सांसदों के निलंबित किए जाने पर चिंता जताई है।
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस को दिए गए एक इंटरव्यू में मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सांसदों का निलंबन बिल्कुल गलत है। उन्हें कम से कम चेतावनी देनी चाहिए। खड़गे ने राज्यसभा के सभापति के निर्णय को गलत बताते हुए कहा कि आप सदन को इतनी बार स्थगित कर रहे हैं। स्थगन के बीच वे सदन के नेताओं को बुला सकते थे और उनसे कह सकते थे कि आपके सदस्य जो कर रहे हैं वह सही नहीं है और मुझे कड़ी कार्रवाई करनी होगी। लेकिन उन्होने ऐसा नहीं किया।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता ने भाजपा पर भी तंज कसा और याद दिलाया कि जब बीजेपी विपक्ष में थी तब क्या करती थी। खड़गे ने कहा, “जब यही बीजेपी विपक्ष में थी तो वे सदन की कार्यवाही को बाधित करते थे। क्या वे भूल गए? अरुण जेटली कहा करते थे कि संसद को बाधित करना अलोकतांत्रिक नहीं है। सरकार को बेनकाब करने के लिए विपक्ष के लिए यह एक वैध रणनीति हो सकती है।” खड़गे ने कहा कि भाजपा जब सत्ता में होती है तो उसके विचार बदल जाते हैं।
सदन में पिछले दिनों महंगाई के मुद्दे पर खूब हंगामा हुआ। हाल ही में खाद्य वस्तुओं पर लगे जीएस टी के मुद्दे पर चर्चा कराना चाहता है। इस पर सरकार का तर्क है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के ठीक होने के बाद ही इस मुद्दे पर चर्चा हो सकेगी। सीतारमण फिलहाल कोविड संक्रमित हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस मुद्दे पर कहा, “प्रधानमंत्री ने अपने विभाग से जुड़े कितने सवालों का जवाब दिया है? जब कोई मंत्री कहीं बाहर गया होता है तो ये चलन रहा है कि अन्य मंत्री, जो उनसे जूनियर हैं जैसे कि राज्य मंत्री या संसदीय कार्य मंत्री, विधेयकों पर बहस को लेकर जवाब देते हैं। क्या अन्य मंत्री योग्य नही हैं? सदन के नेता जवाब दे सकते हैं।”
खड़गे ने सरकार पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) के दुरुपयोग का भी आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से पूछताछ पूरी तरह से उत्पीड़न है।