नीरव मोदी और मेहुल चौकसी पर ईडी की बड़ी कार्रवाई, हॉन्गकॉन्ग से वापस लाई 1350 करोड़ के हीरे-मोती
By सुमित राय | Published: June 10, 2020 06:43 PM2020-06-10T18:43:58+5:302020-06-10T19:29:10+5:30
नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के खिलाफ ईडी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उनके हॉन्गकॉन्ग के फर्मों से 1350 करोड़ रुपये की हीरे, मोती और जवाहरात वापस लाई है।
पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। ईडी बुधवार को हॉन्गकॉन्ग की फर्मों से नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के तराशे हुए करीब 2340 किलोग्राम हीरे, मोती और गहने लाई, जिनकी कीमत 1350 करोड़ रुपये है।
प्रवर्तन निदेशालय ने एक बयान में कहा, "आज (बुधवार), प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हॉन्गकॉन्ग से नीरव मोदी और मेहुल चोकसी की विभिन्न विदेशी संस्थाओं की 108 खेप वापस मंगाई। इन सामानों का मूल्य 1350 करोड़ रुपये (लगभग) घोषित किया गया है।"
ईडी ने बताया, "इन कीमती सामानों में पॉलिश हीरे, मोती, मोती और चांदी के आभूषण शामिल हैं, इन्हें हॉन्गकॉन्ग की एक लॉजिस्टिक्स कंपनी के गोदाम में रखा गया था। इन खेपों को आज मुंबई वापस लाया गया और खेपों का वजन लगभग 2340 किलोग्राम है।
These valuables include polished diamonds, pearls, pearl and silver jewellery and were kept in the godown of a logistics company in Hong Kong. These consignments were brought back to Mumbai today and the consignments weigh approx 2340 kg: Enforcement Directorate (ED) https://t.co/O8n4W4qwKd
— ANI (@ANI) June 10, 2020
2018 में हॉन्गकॉन्ग भेजे गए थे ये सामान
ईडी ने अपने बयान में बताया, इस कंसाइनमेंट को साल 2018 में दुबई से हॉन्गकॉन्ग भेजा गया था और ईडी को उसी साल जुलाई में इसकी खबर मिल गई थी। इसके बाद इन सामानों को भारत लाने को लेकर हॉन्गकॉन्ग के अधिकारियों से संपर्क स्थापित किया गया। सभी प्रक्रियाओं और औपचारिकताओं के बाद इन सामानों को भारत लाया गया है।
13 हजार करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप
नीरव मोदी और मेहुल चौकसी पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले के मुख्य आरोपी हैं और इन पर 13 हजार करोड़ रुपये घोटाला करने का आरोप है। हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उसके रिश्तेदार मेहुल चौकसी ने भारतीय बैंकों के 13000 करोड़ रुपये से अधिक का घोटाला किया। यह पैसे उन्हें साल 2011 से 2018 के बीच निस्तारित किए गए थे। इस घोटाले में बैंक के कई अधिकारियों ने भी उसका साथ दिया। बैंक घोटालों के खुलासे से पहले ही नीरव मोदी और मेहुल चौकसी देश छोड़कर भाग गए थे।