Earthquake: फिर हिली धरती, भारत के अरुणाचल प्रदेश सहित इंडोनेशिया और सिंगापुर में भूकंप
By विनीत कुमार | Published: July 7, 2020 09:12 AM2020-07-07T09:12:41+5:302020-07-07T09:13:00+5:30
भूकंप के झटके मंगलवार को अरुणाचल प्रदेश सहित इंडोनेशिया और सिंगापुर में महसूस किए गए। इंडोनेशिया और सिंगापुर में भूकंप की तीव्रता काफी तेज मापी गई। हालांकि, भारत के अरुणाचल प्रदेश में ये कम रहा।
भारत के अरुणाचल प्रदेश सहित इंडोनेशिया और सिंगापुर में मंगलवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किये गए। इंडोनेशिया और सिंगापुर में जहां भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर तेज मापी गई और ये क्रमश: 6.3 और 6.1 की तेजी वाला रहा।
वहीं, अरुणाचल प्रदेश ये तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.4 मापी गई। हालांकि, किसी भी जगह से किसी नुकसान की अभी सूचना नहीं है। हाल के दिनों में ऐसे कई भूकंप के झटके भारत समेत दुनिया के कुछ हिस्सों में महसूस किए जाते रहे हैं।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने मंगलवार सुबह बताता, 'नेशनल सेंटर ऑफ सिसमोलॉजी के मुताबिक अरुणाचल के तवांग के करीब भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.4 रही और ये भूकंप आधी रात को 1.33 बजे आया।'
An earthquake of magnitude 3.4 on the Richter scale hit near Tawang in Arunachal Pradesh at around 1:33 hours today: National Center for Seismology
— ANI (@ANI) July 6, 2020
वहीं, इंडोनेशिया में भूकंप की पुष्टि यूरोपियन-मेडिटेरेनियन सिसमोलॉजिकल सेंटर ने की है। इस भूकंप की तीव्रता 6.3 रही।
M6.1 #earthquake (#gempa) strikes 142 km N of #Semarang (#Indonesia) 7 min ago. Effects reported by eyewitnesses: pic.twitter.com/M19yatlAlO
— EMSC (@LastQuake) July 6, 2020
गौरतलब है कि दो दिन पहले ही पांच जुलाई को भी गुजरात और मिजोरम में दो बार महसूस किए गए भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। गुजरात और मिजोरम में रविवार शाम 20 मिनट के अंतराल पर मध्यम तीव्रता के भूकंप के झटके दो बार महसूस किए गए।
गुजरात के कच्छ जिले में रविवार शाम पांच बजकर 11 मिनट पर 4.2 तीव्रता का भूकंप आया, जिसका केंद्र भचाऊ से करीब 14 किलोमीटर दूर था। उससे पहले दोपहर को एक बजकर 50 मिनट से लेकर चार बजकर 32 मिनट तक 1.8, 1.6, 1.7 और 2.1 तीव्रता के चार हल्के झटके महसूस किए गए थे। इसी क्षेत्र में 14 जून को 5.3 तीव्रता का भूकंप आया था जिसे पूरे सौराष्ट्र क्षेत्र में महसूस किया गया था और लोग अपने घरों से बाहर आ गये थे।
कच्छ जिला भूकंपीय क्षेत्र के बहुत उच्च जोखिम वाले क्षेत्र में आता है और वहां नियमित तौर कम तीव्रता के झटके आते रहे हैं। 2001 में आया भूकंप पिछले दो सदियो में भारत का तीसरा सबसे बड़ा और दूसरा सबसे ज्यादा विनाशकारी भूकंप था। दूसरा भूकंप शाम पांच बजकर 26 मिनट पर मिजोरम के चम्पाई जिले में आया जिसकी तीव्रता 4.6 थी। यह तीन सप्ताह से कम समय में पूर्वोत्तर राज्य में सातवां भूकंप है।
(भाषा इनपुट)