लद्दाख में फिर आया भूकंप, रिक्टर पैमाने तीव्रता पर 4.5 मापी गई
By रामदीप मिश्रा | Published: July 2, 2020 02:42 PM2020-07-02T14:42:56+5:302020-07-02T14:42:56+5:30
भूकंप जब भी आता है तो इससे अपना बचाव आप आसानी कर सकते हैं। इसके लिए मकान, दफ्तर या किसी भी इमारत से तुरंत बाहर निकलें और खुले में जाएं, किसी बिल्डिंग के आसपास खड़े न हों और लिफ्ट का इस्तेमाल न करें।
जम्मू: लद्दाख में गुरुवार (02 जून) को एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने जानकारी दी है कि कारगिल के नॉर्थ-नॉर्थवेस्ट में 119 किमी में एक बजकर 11 मिनट भूकंप आया है। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.5 मापी गई है। बता दें, 26 जून को भी लद्दाख में 4.5 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।
इससे पहले 30 जून को जम्मू कश्मीर में 4.6 तीव्रता का भूकंप आया। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने यह जानकारी दी थी। भूकंप मंगलवार की रात 11.32 बजे आया था, जिसका केंद्र पांच किलोमीटर की गहराई में स्थित था। इसमें जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली थी।
लद्दाख में 26 जून आए भूकंप का केंद्र 25 किलोमीटर की गहराई में था। भूकंप की वजह से किसी भी तरह की क्षति नहीं हुई थी। भूकंप का केंद्र लद्दाख था और भूकंप के झटके कश्मीर घाटी के ज्यादातर हिस्सों और जम्मू के किश्तवार और डोडा तक महसूस किए गए थे। हिमालयी क्षेत्र भूकंप के लिहाज से बहुत संवेदनशील है।
Earthquake of magnitude 4.5 on the Richter scale struck 119 km North-Northwest of Kargil, Ladakh at 13:11 hours today: National Center for Seismology pic.twitter.com/iawf6KMvJe
— ANI (@ANI) July 2, 2020
भूकंप आने पर कैसे करें बचाव
भूकंप जब भी आता है तो इससे अपना बचाव आप आसानी कर सकते हैं। इसके लिए मकान, दफ्तर या किसी भी इमारत से तुरंत बाहर निकलें और खुले में जाएं, किसी बिल्डिंग के आसपास खड़े न हों, लिफ्ट का इस्तेमाल न करें, घर के दरवाजे और खिड़की को खुला रखें और घर की सभी बिजली स्विच को ऑफ कर दें। इसके अलावा अगर बिल्डिंग बहुत ऊंची हो और तुरंत उतर पाना मुमकिन न हो तो उसमें मौजूद किसी मेज, ऊंची चौकी या बेड के नीचे छिप जाएं। भूकंप के दौरान लोगों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वो पैनिक न करें और किसी भी तरह की अफवाह न फैलाएं, ऐसे में स्थिति और बुरी हो सकती है।