एक ही दिन में भूकंप के दो झटके, अंडमान और निकोबार के बाद हिला मेघालय

By स्वाति सिंह | Published: June 28, 2020 02:25 PM2020-06-28T14:25:58+5:302020-06-28T14:25:58+5:30

इससे पहले रविवार सुबह अंडमान और निकोबार द्वीप के दिगलिपुर में भूकंप के झटके महसूस किए गए।

Earthquake of magnitude 3.9 on Richter scale near Tura in Meghalaya | एक ही दिन में भूकंप के दो झटके, अंडमान और निकोबार के बाद हिला मेघालय

नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.9 रही।

Highlightsरविवार दोपहर मेघालय के तुरा में भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.9 रही।

नई दिल्ली: देश में लगातार आ रहे भूकंप के झटके ने रविवार को मेघालय को भी हिला दिया। रविवार दोपहर मेघालय के तुरा में भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.9 रही। सेंटर ने बताया कि भूकंप के झटके सुबह 12: 24 पर महसूस किए गए। 

इससे पहले रविवार सुबह अंडमान और निकोबार द्वीप के दिगलिपुर में भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर ऑफ सिसमॉलोजी के मुताबिक भूकंप के झटके सुबह 8.56 पर महसूस किए गए। सेंटर ने बताया कि रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.1 रही।

इससे पहले 22 जून को मिजोरम में 5.3 तीव्रता का भूकंप आया जिससे मकान क्षतिग्रस्त हो गए और सड़कों पर कई जगह दरारें आ गईं। राज्य के भूगर्भशास्त्र और खनिज संसाधन विभाग के अधिकारी ने बताया कि भूकंप से किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के हवाले से उन्होंने बताया कि भूकंप तड़के चार बज कर दस मिनट पर आया था और उसका केंद्र भारत म्यांमा सीमा पर स्थित चम्फाई जिले के जोखावतार में था।

क्यों आता है भूकंप?

पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं। जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है। बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं। जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं। नीचे की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती हैं और डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।

कितनी तबाही लाता है भूकंप?

रिक्टर स्केलअसर
0 से 1.9सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही पता चलता है।
2 से 2.9हल्का कंपन।
3 से 3.9कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर जाए, ऐसा असर।
4 से 4.9खिड़कियां टूट सकती हैं और दीवारों पर टंगी फ्रेम गिर सकती हैं।
5 से 5.9फर्नीचर हिल सकता है।
6 से 6.9इमारतों की नींव दरक सकती है। ऊपरी मंजिलों को नुकसान हो सकता है।
7 से 7.9इमारतें गिर जाती हैं। जमीन के अंदर पाइप फट जाते हैं।
8 से 8.9इमारतों सहित बड़े पुल भी गिर जाते हैं। सुनामी का खतरा।
9 और उससे ज्यादापूरी तबाही। कोई मैदान में खड़ा हो तो उसे धरती लहराते हुए दिखेगी। समंदर नजदीक हो तो सुनामी।

* भूकंप में रिक्टर पैमाने का हर स्केल पिछले स्केल के मुकाबले 10 गुना ज्यादा ताकतवर होता है।

Web Title: Earthquake of magnitude 3.9 on Richter scale near Tura in Meghalaya

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