हरियाणा: छठे उप मुख्यमंत्री हैं दुष्यंत चौटाला, अब तक किसी डिप्टी सीएम ने पूरा नहीं किया है अपना कार्यकाल
By बलवंत तक्षक | Published: October 30, 2019 08:21 AM2019-10-30T08:21:32+5:302019-10-30T08:22:55+5:30
इससे पहले 1967 में राव वीरेंद्र सिंह सरकार के दौरान चौधरी चांद राम डिप्टी सीएम बनाए गए थे. लेकिन उस दौरान विधायकों ने कपड़ों की तरह दल बदले और करीब आठ महीने बाद ही राव वीरेंद्र सिंह की सरकार गिर गई.
हरियाणा में जननायक जनता पार्टी (जजपा) सुप्रीमो दुष्यंत चौटाला राज्य के छठे उप मुख्यमंत्री हैं. अब तक हरियाणा में कोई भी उप मुख्यमंत्री पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाया है. इसी को देखते हुए यह सवाल खड़े किए जा रहे हैं कि क्या दुष्यंत डिप्टी सीएम के तौर पर अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा कर पाएंगे.
दुष्यंत चौटाला से पहले 2005 में हुड्डा सरकार के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री स्व. भजनलाल के बेटे चंद्रमोहन को उप मुख्यमंत्री बनाया गया था. बाद में चंद्रमोहन ने शादीशुदा होने के बावजूद चांद मोहम्मद बन कर गुपचुप अनुराधा बाली उर्फ फिजां से शादी कर ली थी. इस मामले ने इतना तूल पकड़ा कि चंद्रमोहन को उप मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ गया था.
देवीलाल के 1987 में मुख्यमंत्री रहते डॉ. मंगलसेन और बनारसी दस गुप्ता उप मुख्यमंत्री बनाए गए थे. देवीलाल के 1989 में उप प्रधानमंत्री बन जाने पर जब उनके बड़े बेटे ओमप्रकाश चौटाला हरियाणा के मुख्यमंत्री बने तो भाजपा ने सरकार में शामिल होने से इनकार कर दिया. तब महम उप चुनाव को लेकर हुई हिंसा के विरोधस्वरूप बनारसी दास गुप्ता अपने समर्थकों के साथ चौटाला से अलग हो गए.
हरियाणा में जनता दल की सरकार की दौरान जब आठ महीने मुख्यमंत्री रहने के बाद मास्टर हुकुम सिंह के इस्तीफा दे देने पर चौटाला फिर से मुख्यमंत्री बन गए तो हुकुम सिंह को उप मुख्यमंत्री बना दिया गया था. इस दौरान तीन विधायकों को स्पीकर हरमहेंद्र सिंह चट्ठा के अयोग्य ठहरा देने पर चौटाला सरकार अल्पमत में आ गई. चौटाला सरकार के अपना कार्यकाल पूरा करने से पहले ही उसे बर्खास्त कर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया.