‘बम धमाके’ से फैली दहशत के कारण वैष्णो देवी की यात्रा में आयी गिरावट को जगल में लगी आग ने और भी बढ़ा दिया
By सुरेश एस डुग्गर | Published: May 18, 2022 04:35 PM2022-05-18T16:35:37+5:302022-05-18T16:39:57+5:30
जम्मू के कटरा में बस बम धमाके के कारण वैष्णो देवी के भक्तों की संख्या में तेजी से गिरावट दर्ज की गई है। मंगलवार शाम छह बजे तक सिर्फ दस हजार भक्तों ने पंजीकरण करवाकर भवन की ओर प्रस्थान किया था।
जम्मू: वैष्णो देवी तीर्थस्थल के बेस कैंप कटरा में यात्री बस में हुए संदिग्ध स्टिकी बम धमाके में हुई चार मौतों के कारण वैष्णो देवी यात्रा में फैले दहशत के माहौल के बीच यात्रियों की संख्या में गिरावट आनी शुरू हो गई है। इसके साथ ही रही सही कसर यात्रा मार्ग में लगने वाली आग की घटनाओं ने पूरा कर दिया है।
शुक्रवार को बस धमाके की घटना के बाद वैष्णो देवी के भक्तों की संख्या में तेजी से गिरावट दर्ज की गई है। यह गिरावट कितनी है इसी से स्पष्ट होता था कि कल शाम को मंगलवार शाम छह बजे तक सिर्फ दस हजार भक्तों ने पंजीकरण करवाकर भवन की ओर प्रस्थान किया था।
वहीं कक्ष से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को बीस हजार के करीब भक्त पंजीकरण करवा कर मां वैष्णो देवी की प्राकृतिक पिंडियों के समक्ष हाजिरी लगाने पहुंचे थे। मंगलवार शाम चार बजे तक आठ हजार भक्तों ने अपना पंजीकरण करवाया था। शाम छह बजे तक दस हजार भक्त कक्ष से पंजीकरण करवा कर भवन की ओर रवाना हुए।
वहीं बस हादसे से पहले हर दिन तीस से पैंतीस हजार भक्त मां के दरबार में हर दिन आ रहे थे, लेकिन इसके बाद यात्रा का आंकड़ा आधा रह गया। इसके कारण व्यापारी वर्ग भी चिंतित दिखाई दे रहा है।
स्थानीय दुकानदार राकेश कुमार, सोहन कोहली, रमेश शर्मा, मोहन लाल, करण सिंह आदि का कहना है कि इस वर्ष यात्रा में इजाफा होने की उम्मीद थी। पहले दो वर्ष कोविड के कारण यात्रा से संबंधि सारे कार्य ठप रहे और इस वर्ष थोड़ा काम में इजाफा हुआ तो यह हादसा हो गया। इसके बाद यात्रा में काफी गिरावट आई है।
यात्रा गिरावट में रही सही कसर अब यात्रा मार्ग में लगने वाली आग की घटनाओं ने पूरा कर दी है। आज बैटरी मार्ग के नजदीक गुड्डी धार के जंगलों में आग भड़कने के बाद बोर्ड ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए बैटरी कार सेवा को बंद करने के साथ वहां से श्रद्धालुओं की आवाजाही को भी रोक दिया है।
भक्तों की यात्रा प्रभावित न हो इसलिए श्रद्धालुओं को पारंपरिक अर्द्धकुंवारी मार्ग से भवन की ओर भेजा जा रहा है। बोर्ड के अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि आग आगार जित्तो में पड़ने वाले पलेल चौंथा से शुरू हुई और देखते ही देखते उसने न्यू ताराकोट ट्रैक से सटे गुड्डी धार के जंगलों को अपनी चपेट में ले लिया।
जंगल में फैली आग पर काबू पाने के लिए प्रशासन काफी गंभीर प्रयास कर रहा है। बैटरी कार मार्ग पर धुआं फैला हुआ है। यही वजह है कि इस मार्ग को श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया है। पहले ही शनिवार को आग के कारण बंद की गई हेलिकाप्टर सेवा मंगलवार सुबह से बहाल हो पाई थी।