डॉक्टर वेंकटरमण नागेश्वरन बने नए मुख्य आर्थिक सलाहकार, जानिए इनके बारे में
By विनीत कुमार | Published: January 28, 2022 06:51 PM2022-01-28T18:51:42+5:302022-01-28T19:11:12+5:30
डॉक्टर वेंकटरमण अनंत नागेश्वरन को नया मुख्य आर्थिक सलाहकार नियुक्ति (सीईए) किया गया है।
नई दिल्ली: डॉक्टर वेंकटरमण अनंत नागेश्वरन (Dr V Anantha Nageswaran) भारत सरकार के नए मुख्य आर्थिक सलाहकार (CEA) होंगे। वे केवी सुब्रमण्यन की जगह लेंगे जिन्होंने पिछले साल दिसंबर में अपना तीन साल का कार्यकाल पूरा कर लिया था। उन्होंने अक्टूबर में घोषणा की थी कि वे शिक्षा के क्षेत्र में लौटेंगे।
बहरहाल, नए मुख्य आर्थिक सलाहकार डॉ. नागेश्वरन की नियुक्ति 1 फरवरी को पेश होने वाले आम बजट से ठीक पहले हुई है। मुख्य आर्थिक सलाहकार हर साल आर्थिक सर्वे पेश करते हैं। डॉ. नागेश्वरन की बात करें तो वे भी अकादमिक क्षेत्र से जुड़े रहे हैं। वे क्रेडिट सुइस ग्रुप एजी (Credit Suisse Group AG) और जूलियस बेयर ग्रुप (Julius Baer Group) के भी पूर्व कार्यकारी रहे हैं।
डॉ. नागेश्वरन ने भारत और सिंगापुर में कई बिजनेस स्कूलों और प्रबंधन संस्थानों में पढ़ाने का भी काम किया है। वे एक शिक्षक, सलाहकार और लेखक के रूप में काम कर चुके हैं।
डॉ. नागेश्वरन: IIM अहमदाबाद से किया एमबीए
नागेश्वरन ने 1985 में भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम), अहमदाबाद से प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा (एमबीए) किया। बाद में उन्होंने 1994 में अमेरिका के मैसाचुसेट्स एमहर्स्ट विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की डिग्री प्राप्त की।
नागेश्वरन क्रीया विश्वविद्यालय (Krea University) में अर्थशास्त्र के विजिटिंग प्रोफेसर हैं। साल 2019 और 2021 के बीच वे प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य के रूप में भी कुछ समय के लिए काम कर चुके हैं। उन्होंने 'द इकोनॉमिक्स ऑफ डेरिवेटिव्स' और 'द राइज ऑफ फाइनेंस: कॉज, कॉन्सक्वेंसेज एंड क्योर्स' सहित कई पुस्तकों में सह-लेखन भी काम किया है।
वेंकटरमण की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब कोरोना की महामारी के बाद भारत की अर्थव्यवस्था में कुछ सुधार के संकेत नजर आ रहे हैं। हालांकि चुनौतियां बनी हुई हैं। वित्त मंत्रालय के साथ वेंकटरमण जिन कुछ अहम चुनौतियों का सामना करेंगे, उसमें आय में असमानता और अरबों से अधिक की आबादी वाले देश में बढ़ती बेरोजगारी जैसी समस्याएं शामिल हैं।