डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा है जम्मू-कश्मीर पंचायत चुनाव स्थगन का कारण? अधिकारियों ने बताया, इसलिए उठाया गया कदम
By रोहित कुमार पोरवाल | Published: February 21, 2020 11:01 AM2020-02-21T11:01:01+5:302020-02-21T11:04:21+5:30
जम्मू कश्मीर पंचाय चुनाव अनुच्छेद 370 के संशोधन और जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद राज्य में पहले चुनाव होंगे। इसके जरिये स्थानीय निकाय की 12000 सीटें भरी जानी हैं।
बीते मंगलवार की रात अचानक मुख्य निर्वाचन अधिकारी शैलेंद्र कुमार ने जम्मू-कश्मीर पंचायत चुनाव को स्थगित करने की घोषणा की। चुनाव अधिकारी ने चुनाव स्थगित करने के पीछ सुरक्षा कारणों का हवाला दिया था। कानून प्रवर्तन एजेंसियों से मिले विश्वसनीय इनपुट को चुनाव स्थगन का कारण बताया गया था। चुनाव की घोषणा 13 फरवरी को की गई थी लेकिन अब यह खबर आ रही है कि जम्मू-कश्मीर पंचायत चुनाव स्थगित करने के पीछे असल कारण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा है।
हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक, कई सरकारी अधिकारियों ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर यह जानकारी दी।
चुनाव ऐसे समय स्थगित किए गए जब चुनाव अधिकारी पहले ही 5 मार्च से शुरू होने वाले मतदान के लिए अधिसूचना जारी कर चुके थे। चुनाव आठ चरणों में संपन्न होने थे।
जम्मू कश्मीर पंचाय चुनाव अनुच्छेद 370 के संशोधन और जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद राज्य में पहले चुनाव होंगे। इसके जरिये स्थानीय निकाय की 12000 सीटें भरी जानी हैं।
एक अधिकारी ने कहा कि डोनाल्ड ट्र्रंप के भारत में होने के दौरान किसी संभावित उम्मीदवार की हत्या या चुनाव में भागीदारी की भारी कमी शर्मनाक बात जाहिर करती, इसी आशंका में चुनाव को स्थगित करने का फैसला लिया गया।
चुनाव आयोग की द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक, उम्मीदवारों से 22 फरवरी तक नामांकन दाखिल करने के लिए कहा गया था। 24 फरवरी तक जिनकी छानबीन होती और 26 फरवरी तक नामांकन वापस लिए जा सकते थे। वहीं, इस दौरान 24 और 25 फरवरी को ट्रंप भारत में होंगे।
एक और अधिकारी ने कहा कि तारीखें अमेरिकी राष्ट्रपति की यात्रा से मेल खाती हैं और हिंसा की आशंका थी। एक अधिकारी ने कहा कि उस दौरान अगर एक भी उम्मीदवार को निशाना बनाया जाता तो कश्मीर के मुद्दे के जोर पकड़ने की आशंका थी।
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी के अलावा बाकी सभी बड़ी पार्टियो ने चुनाव का बहिष्कार किया है। इनमें नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी और कांग्रेस शामिल हैं। पार्टियों का कहना है कि जब तक उनके नेता कैद में हैं, वे चुनाव में हिस्सा नहीं लेंगी। जम्मू-कश्मीर के दो पूर्व मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला और महबूबा मुफ्ती पीएसए के तहत हिरासत में हैं।
जम्मू-कश्मीर के एक अधिकारी ने कहा कि अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी की खराब तबीयत भी एक कारण है।
चुनाव अधिकारी द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया है कि दो से तीन हफ्ते में एक नई अधिसूचना जारी की जाएगी।