'बिहारियों के पास कम दिमाग.....छीन रहे लोगों की नौकरी', डीएमके नेता का विवादित बयान
By विनीत कुमार | Published: July 30, 2021 12:40 PM2021-07-30T12:40:31+5:302021-07-30T12:44:07+5:30
डीएमके नेता केएन नेहरू ने ऐसा बयान दिया है, जिसे लेकर विवाद शुरू हो गया है। उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा कि बिहार के लोगों में कम दिमाग होता है। साथ ही उन्होंने लालू यादव पर भी रेल मंत्री रहने के दौरान केवल बिहार के लोगों को नौकरी देने का आरोप लगाया।
नई दिल्ली: तमिलनाडु सरकार में मंत्री और डीएमके नेता केएन नेहरू बिहार के लोगों पर विवादित बयान देकर सुर्खियों में आ गए हैं। उन्होंने कहा कि तामिल लोगों के मुकाबले बिहारी कम बुद्धिमान होते हैं। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि बिहारी तमिलनाडु के लोगों की नौकरी छीन रहे हैं।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार केएन नेहरू ने ये विवादित बयान 25 जुलाई को तिरुचिरापल्ली में डीएमके के कार्यालय में आयोजित रोजगार शिविर में अपने संबोधन के दौरान दिया था। ये कैंप 23 जुलाई को शुरू हुआ था और केएन नेहरू यहां 25 तारीख को पहुंचे थे।
केएन नेहरू ने अपने भाषण के दौरान कहा कि बिहारी और दूसरे उत्तर भारतीय लोग तमिलनाडु के लोगों से नौकरियां छीन रहे हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि कई लोग बैंकों और दूसरी जगहों पर बिना तमिल या अंग्रेजी जाने नौकरी कर रहे हैं।
लालू यादव का भी किया जिक्र
केएन नेहरू ने आगे कहा कि तमिलनाडु के लोगों से बिहार के लोग कम बुद्धिमान हैं। उन्होंने कहा, 'लालू यादव ने रेल मंत्री के तौर पर रेलवे को बिहारियों से भर दिया है। खासकर निचले स्तर की नौकरी, जबकि बिहारी तामिल लोगों के मुकाबले कम बुद्धिमान होते हैं।'
डीएमके नेता ने आगे कहा, 'त्रिची में दक्षिणी रेलवे के गोल्डन रॉक वर्कशॉप में अभी बिहार से 4000 लोग काम कर रहे हैं। रेलवे क्रॉसिंग पर ज्यादातर गेटकीपर बिहारी हैं। ये सबकुछ लालू यादव की वजह से हुआ। वह जब रेल मंत्री थे तो उन्होंने सभी बिहारियों को रेलवे की परीक्षा पास करवाई और नौकरी में भर्ती किया। ये लोग न तमिल जानते हैं और न ही हिंदी जानते हैं। साथ ही हम तामिल लोगों से भी कम इनकी बुद्धि है। इसके बावजूद वे तमिलनाडु में काम कर रहे हैं।'