केंद्र के हर कदम से असहमति जताना संघवाद की भावना के खिलाफ: धनखड़
By भाषा | Published: January 24, 2021 01:04 AM2021-01-24T01:04:17+5:302021-01-24T01:04:17+5:30
कोलकाता, 23 जनवरी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को 'पराक्रम दिवस' के तौर पर मनाए जाने के केंद्र सरकार के फैसले का समर्थन करते हुए पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने शनिवार को कहा कि केंद्र के हर कदम से असहमति जताना संघवाद की भावना के खिलाफ जाता है।
बनर्जी ने 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाने के फैसले के लिए केंद्र को आड़े हाथ लिया और कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने इसकी घोषणा करने से पहले उनसे परामर्श नहीं किया। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार बोस की जयंती को ‘देशनायक दिवस’ के तौर पर मना रही है।
बोस की जयंती के अवसर पर राजभवन में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान धनखड़ ने संवाददाताओं से कहा, '' पराक्रम शब्द वीरता का संकेत देता है, जो बोस द्वारा गठित आजाद हिंद फौज की भावना और भारतीयों को एकजुट करने के उनके अथक प्रयास को सहेजता है।''
उन्होंने कहा, '' मुझे लगता है कि गहन विचार-विमर्श के बाद 'पराक्रम दिवस' शब्द निकलकर सामने आया है।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।