दिग्विजय सिंह ने कहा- ज्योतिष शास्त्र की स्थापित मान्यताओं के विपरीत हो रहा है राम मंदिर शिलान्यास, हे प्रभु हमें क्षमा करना

By रामदीप मिश्रा | Published: August 5, 2020 07:48 AM2020-08-05T07:48:11+5:302020-08-05T07:48:11+5:30

दिग्विजय सिंह ने अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के शिलान्यास तिथि को अशुभ मुहुर्त बताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से फिर अनुरोध किया था कि इस शिलान्यास कार्यक्रम को स्थगित कर दें और चतुर्मास खत्म होने के बाद इसे करें।

Digvijay Singh Ram temple foundation stone astrology auspicious moment muhurat | दिग्विजय सिंह ने कहा- ज्योतिष शास्त्र की स्थापित मान्यताओं के विपरीत हो रहा है राम मंदिर शिलान्यास, हे प्रभु हमें क्षमा करना

राम मंदिर शिलान्यास की मुहूर्त पर दिग्विजय सिंह ने सवाल उठाए हैं। (फाइल फोटो)

Highlightsअयोध्या में 'श्री राम जन्मभूमि मंदिर' का आज शिलान्यास होने जा रहा है। दिग्विजय सिंह ने 'शिलान्यास' के मुहूर्त को लेकर सवाल उठाए हैं। 

नई दिल्लीः अयोध्या में 'श्री राम जन्मभूमि मंदिर' का आज शिलान्यास होने जा रहा है। पूरी अयोध्या नगरी को दुल्हन की तरह सजाया गया है। चारों ओर भक्तिमय माहौल है। हर कोई प्रभू श्रीराम के भव्य मंदिर बनने का इंतजार कर रहा है। इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने 'शिलान्यास' के मुहूर्त को लेकर सवाल उठाए हैं। 

दिग्विजय सिंह ने बुधवार सुबह ट्वीट करते हुए लिखा, 'आज अयोध्या जी में भगवान रामलला के मंदिर का 'शिलान्यास' वेद द्वारा स्थापित ज्योतिष शास्त्र की स्थापित मान्यताओं के विपरीत हो रहा है, हे प्रभु हमें क्षमा करना। यह निर्माण निर्विघ्न रूप से पूरा हो यही हमारी आप से प्रार्थना है। जय सिया राम।' साथ ही साथ उन्होंने 'राम मंदिर निर्माण मुहूर्त' से हैशटैग चलाया है। 

इससे पहले भी दिग्विजय सिंह ने अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के शिलान्यास तिथि को अशुभ मुहुर्त बताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से फिर अनुरोध किया था कि इस शिलान्यास कार्यक्रम को स्थगित कर दें और चतुर्मास खत्म होने के बाद इसे करें। दिग्विजय ने बताया था कि भारत में हजारों साल की सनातन धर्म की परंपराएं चली आ रहीं हैं। हमारे धर्म में हजारों वर्ष की जो संस्कार एवं संस्कृति है, उसमें चतुर्मास में न कोई संत, न कोई महात्मा अपने स्थान को छोड़ता है और कोई शुभ कार्य नहीं होता है। विशेषकर तो हर चीज के लिए मुहूर्त देखा जाता है।

उन्होंने ने कहा था, 'मैं द्वारका व जोशीमठ के सबसे वरिष्ठ शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद जी महाराज का दीक्षित शिष्य हूं और उनसे मैंने यह बात पूछी कि जब पूरे देश में यह परंपरा चली आ रही है कि हर शुभ कार्य के लिए मुहूर्त देखा जाता है और चतुर्मास में कोई शुभ कार्य नहीं होता है, शादी नहीं होता है तो फिर राम मंदिर का शिलान्यास पांच अगस्त को चतुर्मास के महीने भादो में क्यों किया जा रहा है?' 

बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को अयोध्या में 'श्री राम जन्मभूमि मंदिर' के शिलान्यास के मौके पर आयोजित एक जन समारोह में शामिल होंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि इस कार्यक्रम से पहले मोदी हनुमानगढ़ी में पूजा और दर्शन करेंगे। मंदिर के शिलान्यास समारोह में शामिल होने के लिए मोदी अयोध्या का दौरा करेंगे। मंदिर निर्माण की आधारशिला रखने के लिए वे एक पट्टिका का अनावरण करेंगे और इस मौके पर 'श्री राम जन्मभूमि मंदिर' पर एक स्मारक डाक टिकट भी जारी करेंगे। 

Web Title: Digvijay Singh Ram temple foundation stone astrology auspicious moment muhurat

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