दिग्विजय सिंह ने विधायक छोटे भाई लक्ष्मण सिंह को दी नसीहत, कहा- मजबूर नहीं मजबूत मुख्यमंत्री हैं कमलनाथ
By राजेंद्र पाराशर | Published: November 15, 2019 05:48 AM2019-11-15T05:48:50+5:302019-11-15T05:48:50+5:30
दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री कमलनाथ को मजबूर मुख्यमंत्री बताया था. उन्होंने कहा था कि मेरा मुख्यमंत्री कमलनाथ को एक संदेश है कि आप मजबूत मुख्यमंत्री बनकर काम करें, मजबूर मुख्यमंत्री बनकर।
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आज अपने छोटे भाई और विधायक लक्ष्मण सिंह को नसीहत देते हुए कहा कि कमलनाथ प्रदेश के मजबूर नहीं, बल्कि मजबूत मुख्यमंंत्री हैं. वे पूरी दृढ़ता के साथ सरकार चला रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आज प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित नेहरु की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए थे. इस दौरान मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने अपने छोटे भाई और विधायक लक्ष्मण सिंंह द्वारा मुख्यमंत्री कमलनाथ को लेकर जो बातें पिछले दिनों कही, उसे नकार दिया और उन्हें नसीहत भी दे डाली.
उन्होंने कहा कि लक्ष्मण सिंंह को जो भी बात कहनी है, वे सीधे तरीके से मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिल सकते हैं और उन्हें अपनी बात को मुख्यमंत्री के समक्ष रखना चाहिए. मीडिया में इस तरह की बयानबाजी नहीं करनी चाहिए. उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ की प्रशंसा की और उन्हें मजबूर नहीं, बल्कि मजबूत मुख्यमंत्री बताया. सिंह ने कहा कि कमलनाथ पूरी दृढ़ता के साथ प्रदेश में सरकार चला रहे हैं और कांग्रेस सरकार अच्छा कार्य कर रही है.
उन्होंने यह भी दावा किया कि कांग्रेस की यह सरकार पूरी मजबूती के साथ काम करेगी और पूरे दम से पांच साल चलेगी. उन्होंने कहा कि भाजपा के 15 साल के शासनकाल में जितने भी भ्रष्टाचार हुए हैं, वे सब उजागर होंगे. सिंहस्थ, गरीबों की पेंशन, व्यापमं जैसे घोटाले, डंपर घोटाले का तो क्या कहना इन सब घोटालों की फाइल खुलेगी. व्यापमं घोटाले को लेकर सरकार ने तो समिति भी बना दी है, जिस व्यक्ति ने इस घोटाले को रचा, उसे ही सीबीआई ने चार्ज सीट से हटा दिया.
उल्लेखनीय है कि दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री कमलनाथ को मजबूर मुख्यमंत्री बताया था. उन्होंने कहा था कि मेरा मुख्यमंत्री कमलनाथ को एक संदेश है कि आप मजबूत मुख्यमंत्री बनकर काम करें, मजबूर मुख्यमंत्री बनकर काम मत करिए. उन्होंने कहा कि अभी तक जो प्रयास हो रहे हैं वह यह कि सरकार बचाओ, बचाओ, बचाओ.
कार्यकर्ताओं की कम उपस्थिति पर नाराज हुए दिग्विजय
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कार्यक्रम के दौरान मंच से कांग्रेस कार्यकर्ताओं को नसीहत भी दी और कहा कि कांग्रेस सरकार को तीन माह और कभी छह माह में गिराने वाली भाजपा को करारा जवाब दें और अभी से जुट जाएं, ताकि अगले पांच साल के लिए भी कांग्रेस की ही सरकार प्रदेश में हो. इस दौरान प्रदेश कांग्रेस कार्याल में कार्यकर्ताओं की कम संख्या पर भी वे खफा हुए और प्रदेश पदाधिकारियों से कहा कि आप लोग युवा भाराछासं, युकां सहित विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों से सवाल क्यों नहीं करते कि प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित कार्यक्रमों और बैठकों में इतनी कम संख्या क्यों रहती है.
नेहरु, गांधी को बदनाम कर रहे भाजपा और संघ
पंडित नेहरु की जयंती पर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में दिग्विजय सिंह ने कहा कि हम उन्हें स्मरण करते हैं उन्होंने अपना पूरा जीवन आजादी की लड़ाई में बीता दिया. उन्होंने (पंडित नेहरु ने) इस देश के नवनिर्माण में बाबा साहब आंबेडकर के अध्यक्षता के संविधान अंतर्गत अर्थव्यवस्था की नींव रखी. इस दौरान दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर भाजपा और आरएसएस पर गंभीर आरोप लगाए और प्रहार भी किया है. सिंह ने कहा है कि जो भाजपा और आरएसएस के लोग संविधान को नहीं मानते थे, वे लोग ही आज महात्मा गांधी और पंडित नेहरु को बदनाम करने में लगे हुए हैं. इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर प्रहार करते हुए कहा कि महात्मा गांधी और नेहरू की छवि बिगाड़ने का मोदी षडयंत्र कर रहे हैं.