राजस्थान और पंजाब कांग्रेस के बीच उठे मतभेद, आंतरिक कलह सुलझाने में जुटे राहुल-प्रियंका
By शीलेष शर्मा | Published: June 13, 2021 02:51 PM2021-06-13T14:51:02+5:302021-06-13T14:52:47+5:30
राहुल नवजोत सिद्धू को भी महत्त्व पूर्ण जिम्मेदारी देने के पक्ष में हैं ,सिद्धू को कहां समायोजित किया जायेगा यह आज समिति के सदस्यों से चर्चा के बाद निर्णय होगा।
कांग्रेस की आंतरिक कलह को विराम देने के लिये राहुल और प्रियंका सक्रिय हो गये हैं। राहुल जहां अमरिंदर सिंह और नवजोत सिद्धू के बीच उठे मतभेदों को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं तो दूसरी तरफ प्रियंका ने सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच मतभेदों को समाप्त करने के लिये कोशिश शुरू कर दी है।
प्रियंका गांधी की सलाहकार समिति के एक सदस्य ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि प्रियंका ने सचिन और गहलोत से कल रात फोन पर बातचीत की है तथा दोनों नेताओं को बैठा कर विवाद समाप्त करने पर राज़ी भी कर लिया है। प्रियंका ने जो फार्मूला तैयार किया है उसके अनुसार जल्दी ही सचिन समर्थक 4 विधायकों को मंत्रिपरिषद में गहलोत शामिल करेंगे तथा कुछ विधायकों को राज्य सरकार के निगमों की जिम्मेदारी दी जायेगी।
सचिन की भूमिका क्या होगी इस पर फैसला होना बाकी है। पार्टी सूत्र बताते हैं कि अगले दो -एक दिन में सचिन पायलट और प्रियंका गांधी की मुलाक़ात होगी जिसमें सचिन की भूमिका पर फैसला होगा। उल्लेखनीय है कि पहले भी सचिन के बगावती तेवरों के बाद प्रियंका ने ही सचिन को शांत किया था।
पंजाब का विवाद सुलझाने के लिये राहुल ने आज मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में गठित समिति जिसमें हरीश रावत और जेपी अग्रवाल शामिल हैं उनको चर्चा के लिये बुलाया है क्योंकि इस समिति ने पंजाब कांग्रेस नेताओं से चर्चा के बाद जो रिपोर्ट सोनिया गांधी को सौंपी थी वह सोनिया ने राहुल को भेज दी है।
प्राप्त संकेतों के अनुसार राहुल रिपोर्ट पर चर्चा करने के साथ प्रदेश में सुनील जाखड़ के स्थान पर नये प्रदेश अध्यक्ष का नाम सुझा सकते हैं ,अकाली दल और बसपा के साथ हुए चुनावी समझौते ने कांग्रेस को तत्काल विवाद निपटाने के लिये मज़बूर कर दिया है।