धनबादः वॉक पर निकले ADJ-8 उत्तम आनंद की माैत हादसा या हत्या? मामला गहराया, पुलिस जांच में जुटी
By एस पी सिन्हा | Published: July 28, 2021 08:18 PM2021-07-28T20:18:17+5:302021-07-28T20:19:02+5:30
सड़क हादसे में धनबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश-8 उत्तम आनंद की मौत का रहस्य गहरा गया है. हादसे का सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद लोग हत्या मान रहे हैं.
रांचीः झारखंड के धनबाद में आज सुबह 5 बजे मॉर्निंग वॉक पर निकले एडीजे-8 न्यायधीश उत्तम आनंद(52 वर्ष) को एक ऑटो ने पीछे से टक्कर मार दी, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई. घटना रणधीर वर्मा चौके के पास हुई, जिसमें ऑटो चालक ने जान-बूझकर टक्कर मार दी.
सड़क हादसे में धनबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश-8 उत्तम आनंद की मौत का रहस्य गहरा गया है. हादसे का सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद लोग हत्या मान रहे हैं. माफिया ताकतों द्वारा रची गई गहरी साजिश बता रहे हैं. उधर, न्यायाधीश की मौत की जांच पुलिस ने हत्या के नजरिये से शुरू कर दी है. पहले माना जा रहा था कि न्यायाधीश की मौत एक सामान्य दुर्घटना है.
लेकिन हादसे का सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद रहस्य गहरा गया है. फुटेज में साफ दिख रहा है कि ऑटो ने जानबूझकर धक्का मारा है. न्यायाधीश सड़क के एकदम किनारे तेजी से चले जा रहे थे. पीछे से ऑटो धीरे-धीरे उनकी ओर बढ़ता है और धक्का मार निकल जाता है. बताया जा रहा है कि न्यायाधीश रंजय सिंह हत्याकांड की सुनवाई कर रहे थे.
उन्होंने कुछ दिनों पहले मामले के एक आरोपी की जमानत अर्जी खारिज की थी. इसलिए अनुमान लगाया जा रहा है कि न्यायाधीश की हत्या की गई है. न्यायाधीश हर दिन तरह आज भी मॉर्निंग वॉक पर निकले थे. रणधीर वर्मा चौक के पास पीछे से जा रहे ऑटो ने उन्हें टक्कर मार दी. इससे वह सड़क पर गिर पडे़.
वहां से गुजर रहे लोगों ने आनन-फानन में उन्हें शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल(एसएनएमएमसीएच) पहुंचाया. जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. सुबह 7 बजे तक जब वह घर नहीं पहुंचे, तो उनके परिवार वालों ने खोज शुरू की. इसके बाद पता चला कि सड़क दुर्घटना के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उनकी मौत हो गई है.
दुर्घटना की सूचना पर जिला के लगभग सभी न्यायिक पदाधिकारी अस्पताल पहुंचे. न्यायाधीश उत्तम आनंद ने 6 माह पूर्व ही धनबाद में योगदान दिया था. इससे पहले वह बोकारो जिला में पदास्थापित थे. वहीं, न्यायाधीश उत्तम आनंद की मौत हादसा है या हत्या इसको लेकर पुलिस उलझन में है.
सीसीटीवी की जांच में साफ-साफ नजर आ रहा है कि न्यायाधीश रणधीर वर्मा चौक की ओर से हीरापुर सब स्टेशन की ओर आ रहे थे. वह सड़क के किनारे जॉगिंग कर रहे थे. उसी वक्त पीछे से आ रहा एक ऑटो बीच सडक से हटकर किनारे न्यायाधीश की तरफ आया और पीछे से उन्हें टक्कर मार कर सीधा रास्ता पकड़ कर पुलिस लाइन की ओर भाग निकला.
दिवगंत न्यायाधीश उत्तम आनंद रंजय सिंह हत्याकांड की सुनवाई कर रहे थे. रंजय सिंह पूर्व झरिया विधायक संजीव सिंह के करीबी थे. इस मामले में अप्राथमिक अभियुक्त झरिया विधायक पूर्णिमा सिंह के देवर हर्ष सिंह हैं. इसके अलावा उन्होंने कुछ दिन पूर्व होटवार जेल में बंद अमन सिंह के गुर्गे रवि ठाकुर और अभिनव सिंह की जमानत याचिका खारिज की थी.
इसबीच, झारखंड बार काउंसिल के सदस्य हेमंत सिकरवार ने इसे हत्या करार दिया है. उन्होंने सीबीआइ जांच की मांग की है. दूसरी तरफ साहिबगंज के प्रधान जिला ज सह न्यायिक सेवा संघ के प्रभारी सचिव बंशीधर तिवारी ने उच्चस्तरीय जांच की मांग झारखंड हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से की है.
उन्होंने कहा कि वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि वे सडक के एकदम किनारे से जा रहे हैं और ऑटो उन्हें धक्का मारकर भाग रहा है. तिवारी ने हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से इस घटना की उच्चस्तरीय जांच कराकर दोषियों को विधिसम्मत सजा देने तथा न्यायिक अधिकारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है.
बंशीधर तिवारी ने कहा कि उत्तम आनंद के प्रति झारखंड राज्य न्यायिक सेवा संघ संवेदना प्रकट करता है. उन्होंने कहा कि वे बोकारो में साथ काम कर चुके थे. बेहद सुलझे इंसान थे. गुरुवार को कोर्ट परिसर में शोक सभा होगी जिसमें सभी न्यायिक पदाधिकारी शामिल होंगे.